नई दिल्ली : सरकार के प्रतिबंध के बावजूद दीपावली के नजदीक आते ही चाइनीज पटाखों का अवैध रूप से इम्पोर्ट किया जा रहा है। ताज़ा घटनाक्रम में डायरेक्टरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने एनसीआर के सबसे बड़े कंटेनर डिपो आईसीडी तुगलकाबाद से 40 फ़ीट लंबे पटाखों से भरे 6 कंटेनर पकडे है। इससे पहले दिल्ली के ही पड़पड़गंज कंटेनर डिपो में डीआरआई ने पटाखे पकडे थे।
डीआरआई के अनुसार कागजों में इस कंटेनर में साईकिल के पार्ट और मेडिकल सामग्री बताई गई थी। इस कंटेनर की जांच के दौरान डीआरआई अधिकारियों को पहले हिस्से में कुर्सियां, वाकिंग स्टिक और आयरन बास्केट मिले लेकिन जबकि इनके पीछे बड़ी संख्या में चाइनीज पटाखे छिपाये गए थे। इस कंटेनर में पकडे गए पटाखों में कई प्रकार ब्रांड (लेपर्ड किंग, पॉप पॉप सुपर) के पटाखे पकडे गए। डीआरआई के अनुसार इन पटाखों के कीमत लगभग 9 करोड़ बताई जा रही है।
गौरतलब है कि भारत की विदेश व्यापर नीति के 2015-2020 में पटाखों के इम्पोर्ट पर बैन लगाया गया है। डीआरआई ने पिछले महीने पटाखों के आयात पर नजर रखने के लिए सभी क्षेत्राधिकारियों को जागरूक करने के लिए सामान्य अलर्ट जारी किया था। वाणिज्य मंत्रालय ने विदेश में बने पटाखों के आयात के लिए किसी को कोई लाइसेंस जारी नहीं किया है।
घरेलू उद्योग को नुकसान पहुंचाने के अलावा, विदेश में बने पटाखे प्रकृति को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं और लोक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को संकट में डालते हैं। पिछले महीने डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने एक माह पहले पीथमपुर ड्राय-पोर्ट से प्रेस्टीज पॉलीमर कंपनी के सात कंटेनर पकड़े थे। इनमें से तीन कंटेनरों की जांच कर ली गई। पहले दो कंटेनरों में कच्चे माल के साथ छिपाकर लाए गए चाइना के ढाई करोड़ के पटाखे जब्त किए थे।