नई दिल्ली : ईमानदारी की कसौटी पर दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल खरे नहीं उतरे है. जिसके चलते अन्ना हजारे की भावनाओं को ठेस पहुची है. उन्होंने कहा है कि जन लोकपाल बिल के आंदोलन के दौरान जब उनकी मुलाकात केजरीवाल से हुई थी तो उन्हें लगा था कि वह देश के लिए कुछ करेगा, लेकिन उसने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
केजरीवाल से दुखी हुए अन्ना हजारे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कुछ साथियों के जेल जाने से दुखी अन्ना हजारे ने कहा, ”मैं काफी दुखी हूं. जब वह मेरे साथ था उसने ग्राम स्वराज पर किताब लिखी थी. क्या हम इसे ग्राम स्वराज कहें? इसलिए मैं काफी दुखी हूं. जिस उम्मीद के साथ मैं उसे देखता था वह पूरी हो चुकी है.” अन्ना ने यह टिप्पणी संदीप कुमार की गिरफ्तारी के संदर्भ में की है.संदीप कुमार पर एक महिला से रेप का आरोप है. वे अभी गिरफ्तार हैं. एक सीडी के सामने आने के बाद संदीप कुमार को केजरीवाल ने मंत्री पद से हटा दिया था.
बड़ी उम्मीद थी केजरीवाल से : अन्ना
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल से कहा था, ”पार्टी लॉन्च करने के बाद तुम पूरी दुनिया घूमोगे. इसके लिए तुम पूरे देश में रैलियां करोगे, लेकिन तुम यह कैसे पता लगाओगे कि तुम्हारी पार्टी से जुड़ने वाले लोगों का चरित्र सही है. अरविंद कई साल तक मेरे साथ था. मैं उसको लेकर काफी उम्मीद रखता था. मुझे उम्मीद थी कि वह भारत में राजनीति का नया नमूना पेश करेगा. साथ ही देश को नई दिशा देगा. लेकिन उसके साथी जो कर रहे हैं वह देखकर मुझे दुख हुआ. कुछ जेल जा रहे हैं और कुछ फर्जीवाड़े में लगे हैं.”
कई MLA हो चुके हैं गिरफ्तार
संदीप कुमार आप सरकार के तीसरे ऐसे मंत्री हैं, जिन्हें बर्खास्त किया गया है. उनसे पहले जून 2015 में जितेंद्र तोमर को फर्जी डिग्री के मामले में कानून मंत्री के पद से हटा दिया गया था. अक्टूबर 2015 में खाद्य आपूर्ति मंत्री हसीम अहमद खान को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से हटाया गया था. इसके अलावा कई विधायक अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुके हैं. इनमें सोमनाथ भारती, शरद चौहान, नरेश यादव, अमानतुल्लाह खान, दिनेश मोहनिया, मनोज कुमार, कमांडो सुरेंद्र सिंह, प्रकाश जड़वाल जैसे नाम शामिल हैं.