नई दिल्ली :आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया का कहना है कि चुनाव आयोग ने आज हुई बैठक में हमें हैकाथॉन यानी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने का मौका देने से इंकार किया है। मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में कहा कि 'EC ने हैकाथन कराने से मना किया। कहा-हम सिर्फ यह साबित करने का चैलेंज देंगे कि पिछले चुनाव की मशीनों में टेम्परिंग हुई थी।'
बैठक में 40 से ज्यादा राजनीति क दलों ने भाग लिया। सूत्रों के अनुसार कुछ राजनीतिक दल अपने तकनीकी एक्सपर्ट भी साथ लेकर आये थे। कहा जा रहा था कि इस बैठक के बाद चुनाव आयोग हैकेथोन (ईवीएम टेम्परिंग) की अनुमति दी जा सकती हैं। ईवीएम पर सवाल उठाने वाली आम आदमी पार्टी का कहना है कि चुनाव आयोग उन्हें हैकेथोन का मौका दे।
इस बैठक में सबसे पहले चुनाव आयोग के एक्सपर्ट ने सभी राजनीतिक दलों को बताया कि कैसे एवीएम टैम्पर प्रूफ है। बैठक से बाहर निकले बीजेपी नेता ने कहा कि दो दिन में चुनाव आयोग टेम्परिंग करने का मौका दे सकता है लेकिन चुनाव आयोग की बैठक से बाहर आये कुछ नेताओं की बातचीत से लगता है कि वह आम आदमी पार्टी की मांग के साथ खुलकर नहीं है।
क्योंकि अगर वह एवीएम हैक करने में असफल रहे तो देश में सभी विपक्षी दलों को लेकर जनता में यह सन्देश जायेगा कि वह एक संवैधानिक संस्था पर सवाल उठा रही है। इसलिए ज्यादातर राजनीतिक पार्टियां हैकाथॉन के अतिरिक्त चुनाव आयोग से यही मांग करेगी कि आने वाले चुनाव VVPAT के बगैर न करवाए जाएं।
सबसे बड़ी चुनौती अब आम आदमी पार्टी के पास है जो लगातार ईवीएम को हैक करने का दावा कर रही है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार भारत में चुनाव आयोग की ईवीएम को बनाने वाली कंपनी BHEL का कहना है कि इस मशीन का मदर बोर्ड बदला जा सकता है लेकिन उस स्थति में यह ईवीएम नहीं रह जाएगी।
अब सवाल यह भी उठता है कि चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी को मशीन के साथ किस हद तक छेड़छाड़ करने का मौका देता है। क्या वह मशीन का मदर बोर्ड या हार्डवेयर बदलने का मौका देगा।