अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकवादी हमले का शिकार हुई श्रद्धालुओं की बस को चलाने वाले ड्राइवर सलीम ने बेहद बहादुरी का काम किया है. बस पर जब हमला हुआ तब सलीम यात्रियों की इस बस को चला कर रहे थे कि अचानक बाइक में सवार आंतकवादियों ने बस को घेर लिया और चलती बस पर अंधाधुध फायरिंग करने लगे.
आप विधायक अल्का लांबा ने अमरनाथ यात्रा पर शुरु की सियासत, फिर डिलीट किया ट्वीट
सलीम ने ऐसे मुश्किल हालात में साहसिक कदम उठाते हुए बस को तेज़ चलाना शुरु कर दिया और बस को रुकने नहीं दिया. आतंकवादियों की गोलियों से दूसरे यात्रियों की जान बचाने के लिए सलीम ने ब्रेक पर पैर नहीं रखा और तेज़ बस दौड़ा कर बाकी यात्रियों को आंतकवादियों के चंगुल से निकालकर सुरक्षित स्थान पर लेकर गया ड्राइवर सलीम ने 50 श्रद्धालुओं की जान बचाई और आतंकियों के मंसूबो पर बस के बहादुर ड्राइवर ने पानी फेर दिया.
वलसाड के ओम ट्रैवल्स की बस का ये ड्राइवर सलीम शेख भोले के भक्तों को लेकर अमरनाथ से कटरा जा रहा था तभी आतंकी हमला हो गया लेकिन उसकी दिलेरी ने बस में सवार कई यात्रियों की जान बचा ली.
दरअसल, गोलियों की आवाज सुनकर बस में अफरातफरी मच गई थी और लोग घबरा गए थे लेकिन ऐसे संकट के समय बस के ड्रावर सलीम शेख ने हिम्मत नहीं हारी. उसे मालूम था कि अगर उसने बस रोक दी तो आतंकियों के लिए बस पर निशाना साधना आसान हो जाएगा. बस फिर क्या था, सलीम ने बस के एक्सेलेरेटर पर पांव रखा और गोलीबारी के बीच बस दौड़ाना शुरू कर दिया.
इस बीच एक गोली बस के टायर पर भी लगी लेकिन फिर भी सलीम ने बस नहीं रोकी और लगातार बस दौड़ाते रहे. आखिर में सलीम बस को लेकर एक आर्मी कैंप में पहुंचे और इस तरह उन्होंने अपनी जान पर खेल कर कई लोगों की जान बचा ली.