नई दिल्लीः विधायक और सांसद का मामला होने पर ही गाड़ियां छोड़ देने वाले पुलिस अफसरों को इस महिला इंस्पेक्टर से कुछ सीखना चाहिए। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भतीजे को भी नहीं बख्शा। उनकी एक दो नहीं पूरे छह डंपर सीज कर दिए। डंपर में क्षमता से ज्यादा रेत भरी थी। इस कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। सीहोर जिला और यहां का बुदनी ब्लॉक। नादान चेकपोस्ट पर पिछले 10 दिन से 24 घंटे ड्यूटी देकर महिला इंस्पेक्टर रश्मि पांडेय ने खनन माफियाओं की कमर तोड़ दी। अगर रश्मि पांडेय कार्रवाई न करती तो इस खेल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भतीजे के शामिल होने का खुलासा न होता।उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामला तूल पकड़ने पर वीडियोकांफ्रेंसिंग कर कार्रवाई और तेज करने के निर्देश दिए। ताकि जनता में गलत संदेश न जाए।
मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में जबर्दस्त अवैध खनन
मध्य प्रदेश में कहीं ओर जाने की जरूरत नहीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा क्षेत्र में ही सबसे ज्यादा अवैध खनन का खेल चल रहा है। जब इसकी शिकायत माइनिंग इंस्पेक्टर रश्मि पांडेय को मिली तो उन्होंने सलकनपुर के पास छापा मारा। रश्मि पांडे ने इन्हें सलकनपुर में उस वक्त रोका, जब ये बुधनी के नर्मदा नदी के चारूआ रेत घाट से रेत भर कर भोपाल की तरफ जा रहे थे। चालकों के पास रेत की रॉयल्टी तो थी। लेकिन डंपरों में क्षमता से ज्यादा रेत भरी हुई थी, इसलिए ओवर लोडिंग के प्रकरण बनाए हैं। इस दौरान बड़ी कार्रवाई करते हुए छह डंपरों को जब्त किया है। इन डंपरों में क्षमता से ज्यादा रेत भरी हुई थी। छह डंपरों में से चार डंपर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के भतीजे प्रद्युन सिंह के बताए जाते हैं।
माफिया कर चुका है इंस्पेक्टर पर हमला
खनन माफियाओं के निशाने पर रहने के बाद भी माइनिंग इस्पेक्टर रश्मि पांडेय को जरा भी खौफ नहीं सताता। जब वह बड़वानी में तैनात रहीं तो एक दबंग माफिया ने गुर्गों से हमला करवाया था। मारपीट और गाली-गलौज झेलने पर पांडेय ने मुकदमा किया। हाईकोर्ट तक लड़कर खनन माफिया को दो साल की सजा दिलाई, तब जाकर चैन की सांस ली। रश्मि पांडेय कहतीं हैं कि 10 दिन से चेकपोस्ट पर 24 घंटे बैठ रही हूं। पहले 70 से 80 गाड़ी निकल रही थी, अब एक भी गाड़ी नहीं निकल रही है। यह बड़ी सफलता है। इससे पता चलता है कि खनन माफियाओं का दुस्साहस जवाब दे गया है।