नई दिल्ली : समाज से अपनी जाति बिरादरी छुपाने वाली जाति के लोग अब अपनी जाति पर फक्र महसूस कर रहे हैं. दरअसल पंजाब में एक 18 साल की लड़की ने अपनी गायिकी के जादू से समाज के हर वर्ग के दिलो दिमाग पर ऐसा जादू डाला कि लोगों ने उसे अपने दिल में बसा लिया. जिसके चलते चमड़े का कारोबार करने वाली जाति अब खुद से अपनी जाति लोगों को बताने में कोई शर्म नहीं करती दिखाई दे रही है.
पंजाब में गर्व से अपनी जाति बताने में नहीं कर रहे लोग
जालंधर पंजाब के सबसे अधिक दलित आबादी वाले जिलों में से एक है और यहां बड़ी तादाद में मौजूद चमड़े का काम करने वाली जाति को - जिन्हें दलितों में गिना जाता है; अब अपनी जात बताने में शर्म नहीं. यही नहीं जाति से जुड़े संगठनों ने अपने बैनर्स पर सबसे ऊपर लिखना शुरू कर दिया है 'गर्व से अपनी जाति के बारे में कहो.' धीरे-धीरे एक पूरी पीढ़ी इस बात पर गर्व महसूस करने लगी और जो नाम एक अपमान के तौर पर उनकी तरफ उछाला जाता था,
18 साल की रैप सिंगर गुरकंवल ने पलटी बाज़ी
ये बाज़ी पलटने वाली कोई और नहीं बल्कि दलित परिवार में जन्मी 18 साल की गुरकंवल भारती है, जिसकी वजह से पंजाब की दलित जातियां अब अपनी जाति पर गर्व करती हुई दिखाई दे रही है और बेधड़क तरीके से अपनी जाति बिना शर्म किये बता रही हैं. इसकी वजह यूट्यूब और फ़ेसबुक पर मशहूर हुई गायिका गिन्नी माही हैं,
रैदास जाति की इस रैप क्वीन के लाखों प्रशंसक
आज रैदास रैप क्वीन मानी जाती है.जिसे यूट्यूब के अलग-अलग चैनल्स पर लाखों की तादाद में हिट्स मिले हैं. रविदास समुदाय के परिवार से संबंधित गिन्नी का कहना है कि उसे अगर एक दमदार आवाज़ मिली है तो वह अपनी आवाज़ से ही लोगों को सामाजिक पिछड़ेपन से बाहर निकालने के लिए प्रयास करती रहेगी.