नई दिल्लीः नाम है मान मुहम्मद। मगर प्रखर हिंदूवादी योगी आदित्यनाथ के बहुत खास हैं। वे योगी, जो आज मुख्यमंत्री बने हैं तो मुस्लिम कौम में उनको लेकर तमाम आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं। योगी मान मुहम्मद पर इतना भरोसा करते हैं कि उन्हें उस गोशाला की जिम्मेदारी सौंपी है, जिसमें पांच सौ से ज्यादा गायें हैं। संदेश साफ है कि योगी आदित्यनाथ मुस्लिम विरोधी नहीं हैं। यह बात दीगर है कि मुस्लिम तुष्टीकरण के खिलाफ उन्होंने हमेशा आवाज बुलंद की, वो भी बहुत तल्खी के साथ। हर बार उनके इस तल्ख बोल से विरोधियों को मौका मिला उन्हें मुस्लिम विरोधी ठहराने का। जबकि मुस्लिम विरोधी और मुस्लिम तुष्टीकरण का विरोधी होने में अंतर है। कई इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने हमेशा यही कहा है कि वे मुस्लिमों या किसी मजहब के विरोधी नहीं है, मगर समानता को ताक पर रखकर किए जा रहे मुस्लिम तुष्टीकरण के खिलाफ हैं। क्योंकि इससे समाज में भेदभाव को बढ़ावा मिलता है।
जानिए जान मुहम्मद की कहानी
गोरखपुर में गोरक्षनाथ मंदिर के पीछे योगी आदित्यनाथ की गौशाला है। जहां करीब पांच सौ गायें हैं। इसमें देशी, हरियाणा, साहिवाल और गुजरात की गिरि नस्ल की गायें शामिल हैं। गौशाल के प्रबंधक शिव यादव हैं, मगर चारा खिलाने, दूध दुहने और अन्य सेवाकार्य मान मुहम्मद के जिम्मे है। हालांकि दूध देने वालीं गायों की संख्या करीब सौ ही है। हर दिन सौ लीटर दूध निकल जाता है। जिससे मठ में भंडारे का काम चल जाता है। हर सुबह की शुरुआत योगी इन्हीं गायों को चारा खिलाकर करते हैं। उन्होंने अपने भरोसेमंद मान मुहम्मद को गौशाला का जिम्मा सौंप रखा है। दरअसल पहले मान मोहम्मद के पिता इनायतुल्लाह गायों की देखरेख करते थे। मगर बुजुर्ग होने पर गायों की देखभाल में लाचार हुए तो उन्होंने योगी से बेटे को मिलाया। जिसके बाद योगी ने बेटे को गायों की सेवा कार्य सौंप दिया। मान मुहममद चारा खिलाने से लेकर दूध निकालने समेत पूरा काम करते हैं। मान मोहम्मद का परिवार महराजगंज चौक का रहने वाला है।