नई दिल्ली: आगामी गणतंत्र दिवस और चुनावों के दौरान माओवादी बीजेपी नेताओं को निशाना बनाने की फिराक में हैं. खुफिया एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो सीपीआई (माओवादी) के फ्रंट संगठनों ने अपने नेतृत्व से मांग की है कि पीएम मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैलियों को टारगेट किया जाए. ये नेता पांच विधानसभा राज्यों में चुनाव के दौरान प्रचार में हिस्सा ले रहे हैं. केंद्रीय सुरक्षा एजेसियों ने इस बात की जानकारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप को दी है. जिसके चलते पीएम मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष शाह की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। सूत्रों कि मानें तो इस बार यह एक नए किस्म के बम का इस्तेमाल कर सकते हैं.
शाह और मोदी का खेल ख़त्म करने की चाहत
दरअसल, माओवादी कैडर चाहता है कि इन्हें पंजाब या यूपी में निशाना बनाया जाए. सूत्रों के मुताबिक निचले स्तर के माओवादियों ने पूर्वी यूपी में धमाके करवाने का भी सुझाव रखा है. इसके लिए बाहरी राज्यों से नक्सलियों की मदद ली जा सकती है. सीपीआई (माओवादी) की आंध्र प्रदेश कमेटी ने इस सिलसिले में एक नोट भी तैयार किया है जिसमें प्रधानमंत्री और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को माओवादियों की हत्या का जिम्मेदार ठहराया है. नोट में नायडू और उनके बेटे पर हमले की धमकी दी गई है.
30 माओवादियों की मौत के बाद दी थी धमकी
पिछले साल ओडिशा के मलकानगिरी में 30 माओवादियों के मारे जाने के बाद भी सीपीआई (माओवादी) ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में इसी तरह के नोट और ऑडियो संदेश जारी किए थे. इनमें केंद्र के अलावा इन तीन राज्य की सरकारों पर सुरक्षा बलों को कॉर्पोरेट के हितों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था. उस वक्त भी नक्सलियों ने बीजेपी, टीडीपी और बीजेडी के नेताओं पर हमले करवाने की धमकी दी थी.