नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी हर साल की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवानों के साथ दिवाली मनाने का प्रोग्राम बना रहे हैं। मगर हैरत की बात है कि न तो उत्तराखंड के प्रशासन को इस बात की जानकारी है और न ही किसी तरह की कोई अॉफिशियल प्रक्रिया। हालांकि मोदी के दिवाली प्रोग्राम को लेकर ज़िला प्रशासन एक्टिव मीडिया की ख़बरों के बाद एक्टिव हो गया है। पीएम मोदी का प्लान इस बार दिवाली उत्तराखंड के माणा गांव में मनाने का है। लेकिन इस बात की पुष्टि अभी तक कोई नहीं कर हा कि उनके आने की किसी भी तरह की कोई भी सूचना किसी को है। ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को सूचना आई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार की दीपावली उत्तराखंड से सटी चीन सीमा पर स्थित देश के आखिरी गांव में पहुंचेंगे। पीएम यहां आईटीबीपी के जवानों के साथ दीपावली भी मनाएंगे। लेकिन अब लग यही रहा है कि पीएम मोदी का यह प्लान अधर में लटका दिखाई दे रहा है। इंडिया संवाद से बातचीत में उत्तराखंड के डीजीपी एम.ए गनपति ने इस बात की पुष्टि की है कि अभी तक पीएम के आने की कोई ख़बर नहीं है।
प्रशासन को नहीं है जानकारी
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी दिवाली जवानों के साथ मनाएंगे। लगता है यह स्वपन साबित होने वाला है हालांकि बीते दो बरस से पीएम लगातार जवानों के बीच ही दिवाली मनाते आए हैं बावजूद इसके इस बार कुछ निशचित नहीं हो पा रहा कि आखिर प्लान मोदी है क्या। पिछले ही साल उन्होंने अमृतसर के खालसा स्थित डोगराई वॉर मेमोरियल का दौरा किया था।ज़ाहिर है 2014 में प्रधानमंत्री ने सियाचीन में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। सियाचीन दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित आर्मी पोस्ट है। डीएम विनोद कुमार ने आनन फ़ानन में गौचर हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। हवाई पट्टी पर अधिकारी व फोर्स तैनात नहीं थी। जिसके कारण मीडिया का जमावड़ा वहां लग गया।
डीएम विनोद कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री के दौरे की अब तक कोई भी सूचना नहीं मिली है। फिर भी हमने बदरीनाथ धाम में फोर्स भेजने की तैयारी कर ली है। मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक़ हमने हर फोर्स को तैयार रखा है, जैसे ही आधिकारिक पुष्टि होगी वैसे ही फोर्स की पूरी तैनाती कर दी जायेगी।