नई दिल्ली : सरकार काले धन के खिला लड़ाई लड़ रही है और सरकार ने कहा है कि ढाई लाख रूपये से ऊपर कैश जमा करने वालों की जाँच की जाएगी और अगर उनके पास आय का श्रोत नही मिला तो 200 प्रतिशत का जुर्माना भी वसूला जायेगा। कई लोग अब यह सवाल भी उठा रहे हैं कि कारपोरेट को दिया गया लोन एक तरफ माफ़ किया जा रहा है और विजय माल्या जैसे उद्दयोगपति बैंकों से करोड़ लेकर भाग जाते हैं वहीँ शायद ऐसा पहली बार हो रहा है जब लोगों को उनकी कमाई को बैंकों से निकालने का भी अधिकार नही है।
कालेधन के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही बीजेपी और कांग्रेस को इसकी शुरुआत अपने घर से ही कर लेनी चाहिए। आपको बता दें कि बीजेपी कांग्रेस राजनीती की दुनिया में सबसे बड़ी ऐसी पार्टियां बन चुकी हैं जिन्होंने पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा लिया। एसोसिएशन ऑफ़ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)के आंकड़े बताते हैं कि बीजेपी और कांग्रेस ने साल 2005 से लेकर साल 2015 तक 5,450 करोड़ का चन्दा‘ 'अज्ञात श्रोतों' लिया।
राजनीति क दलों की बात करें तो उनको चंदा कहाँ से आता इसके लिए न तो कोई कानून हैं और न ही पार्टियों की मंशा है कि वह इसके लिए कोई कानून बनाएं। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक (एडीआर) रिफॉर्म्स के साल 2013-14 की रिपोर्ट बताती है कि देश की 6 राष्ट्रीय पार्टियों की कुल आय का 69.3 प्रतिशत पैसा कहा से आता ये कोई नही जानता।
एडीआर के आंकड़ों की माने तो 2013-14 में छह राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पास कुल 1518.50 करोड़ रुपये थे जिनमे से 813.6 करोड़ रुपये अज्ञात श्रोतों से मिले थे। राजनीतिक दलों में सबसे अधिक पैसा बीजेपी (44%) के पास था। वहीं कांग्रेस (39.4%), सीपीआई(एम) (8%), बीएसपी (4.4%) और सीपीआई (0.2%) का स्थान था। सभी राजनीतिक दलों की कुल आय का 69.30 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से आया था। राजनीतिक पार्टियों को अपने आयकर रिटर्न में 20 हजार रुपये से कम चंदे का स्रोत नहीं बताना होता। पार्टी की बैठकों-मोर्चों से हुई आय भी इसी श्रेणी में आती है।
साल 2013-14 में कांग्रेस की कुल आय 598.10 करोड़ थी जिसमें 482 करोड़ अज्ञात स्रोतों से आए थे। कांग्रेस को कुल आय का 80.6 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से मिला था। बीजेपी की कुल आय 673.8 करोड़ रुपये थी जिसमें 453.7 करोड़ रुपये अज्ञात स्रोतों से आए थे। बीजेपी को कुल आय का 67.5 प्रतिशत अज्ञात स्रोतों से मिला था। सीपीआई(एम) की कुल आय 121.9 करोड़ रुपये थी जिसमें अज्ञात स्रोतों से आय 58.4 करोड़ रुपये थी। सीपीआई (एम) की कुल आय के 47.9 प्रतिशत का स्रोत अज्ञात था।