नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूं तो सांसदों को बुलाया था 7-कल्याण रोड के अपने घर पर नाश्ते के लिए, लिहाजा सबने सोचा था कि यूपी जीत की बधाई ही मिलेगी। मगर मोदी ने बनारसी नाश्ता कराकर चेतावनी दे डाली। हड़का भी दिया। दो टूक बोले-खबरदार, जो नए-नवेले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसी ने परेशान करने की कोशिश की। उन पर कोई ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए दबाव नहीं डालेगा न ही अपने परिवार या नजदीकियों को लाभ दिलाने के लिए कोई सिफारिश करेगा। यदि कोई शिकायत मिली तो अंजाम बुरा होगा। यूपी के सभी 71 सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वस्त किया कि वे कोई ऐसा काम नहीं करेगा, जिससे यूपी में शासन या प्रशासन को काम करने में दिक्कत पैदा हो।
सांसदों को क्या खिलाया मोदी ने
मोदी ने नाश्ते का वही मेन्यू रखा, जो इनके संसदीय सीट बनारस में मिलता है। पूड़ी-कचौड़ी, दही के साथ जलेबी, आलू टमाटर की सब्जी के साथ आलू-पराठा खिलाया। जब सुबह-सुबह सभी 71 सांसद पहुंचे तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले उन्हें संबोधित किया। पहले चुनाव में सहयोग के लिए आभार जताया। फिर कहा कि अभी चुनौती समाप्त नहीं हुई है। अब जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना है। केंद्र सरकार की सभी योजनाओं को क्षेत्रीय विधायकों के साथ मिलकर धरातल उतारें। ताकि 2014 का प्रदर्शन 2019 के लोकसभा चुनाव में भी दोहराया जा सके।
मोदी के सांसदों को दिए खास निर्देश
1-कोई भी सांसद यूपी सरकार से चहेतों को फायदा दिलाने का प्रयास न करें
2-मनपसंद अधिकारी की जिले में नियुक्ति के लिए सीएम योगी से सिफारिश नहीं करना है
3-पारिवारिक सदस्य या अन्य किसी नजदीकी को लाभ के पद पर बैठाने की कोशिश अक्षम्य होगी
4-सांसद ऐसे किसी भी शख्स को अपने आसपास आश्रय न दें, जिनके दामन पर दाग लगा हो
5-केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने में अपने संसदीय क्षेत्र के विधायकों का सहयोग लें