नई दिल्लीः न वे चित्रकार हैं न ही अन्य किसी तरह के कलाकार। पेशा सिलाई मशीनों की मेंटीनेंस का है। मगर, मोदी की अदाओं पर मोहम्मद अनीस ऐसे फिदा हुए कि मंझे हुए चित्रकार की तरह पेंटिंग तैयार कर दी। पेटिंग में पेशवाओं की पगड़ी लगाए मोदी का रौबीला चेहरा उन्हें किसी बादशाह जैसा लुक देता है। मगर आठ नवंबर को इस पेंटिंग के कद्रदान कम हो गए। वजह बनी नोटबंदी। पहले जहां मोदी के प्रशंसक भाजपा नेता मोटी कीमत लगा रहे थे अब कोई इस पेंटिंग को पूछने वाला नहीं है।
ढाई महीने में अनीस ने बनाई पेंटिंग
पूर्वी दिल्ली के रहने वाले मोहम्मद अनीस मोदी के इतने कायल हुए कि उनकी बादशाहों जैसी स्वर्णिम पेंटिंग बनाने की ठान ली। करीब ढाई महीने की कोशिश के बाद उन्होंने मोदी की तस्वीर को कैनवास पर उतार दिया। तस्वीर में मोदी के रौबीले चेहरे से उनकी हनक साफ दिखती है। अनीस कहते हैं कि जब यह पेटिंग भाजपा नेताओं ने देखी तो वे लाखों में बोली लगाने लगे। उन्होंने सोचा कि कुछ और रेट चढ़ जाए तब जाकर पेंटिंग बेची जाए। मगर आठ नवंबर को पीएम मोदी ने कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक कर उनके ऊंचे दाम पर पेटिंग बेचने के ख्वाब को चकनाचूर कर दिया। अब कोई पेटिंग की उचित कीमत लगाने को ही तैयार नहीं है। क्योंकि किसी की जेब में पैसा ही नहीं है।
फिर भी नोटबंदी को अच्छा कदम मानते हैं अनीस
भले ही नोटबंदी से मोदी की पेंटिंग न बिकने से अनीस को नुकसान उठाना पड़ रहा है मगर, वे नोटबंदी को देश की सेहत के लिए अच्छा कदम मानते हैं। कहते हैं कि कालाधन को मिटाना बहुत जरूरी है। देश पहले है, उनका निजी लाभ बाद में। अनीस के मुताबिक जब से मोदी पीएम बने तब से वे उनके व्यक्तित्व और भाषण से काफी प्रभावित हुए। जिसके बाद पेंटिंग बनाए बिना नहीं रह सके।
वीडियो साभार-अहमद अजीम की फेसबुक वॉल से