
नई दिल्लीः मुलायम सिंह यादव ने साफ कर दिया है कि यूपी में संगठन शिवपाल यादव चलाएंगे और सरकार अखिलेश यादव। अखिलेश के मुख्यमंत्री बने रहने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है। लखनऊ पार्टी दफ्तर में हुई प्रेस कांफ्रेंस में पहली बार मुलायम सिंह ने कागज पर लिखी बातें बोलीं। वहीं पत्रकारों के तमाम सवालों से बचते हुए साफ कह दिाय कि वे आज किसी तरह की विवादित बात कहने के मूड में नहीं हैं। पार्टी और परिवार में सब कुछ सामान्य हो चुका है। हम एक हैं।
बहुमत तो आने दीजिए
2017 में सीएम के चेहरे को लेकर हुए सवाल पर मुलायम ने हंसते हुए कहा कि अभी चुनाव में वक्त है। चुनाव भी होगा तो सरकार बनाने के लिए बहुमत चाहिए। बहुमत आने पर लोकतांत्रिक तरीके से मुख्यमंत्री तय किया जाएगा। हालांकि मुलायम ने जिस तरह से कहा कि अखिलेश के सीएम बने रहने पर पार्टी में किसी को आपत्ति नहीं है उससे यह कतई नहीं लगा कि वे 2017 के चुनाव में अखिलेश को सीएम नहीं बनाने वाले। विधानमंडल दल की बैठक में नेता चुनने की बात केवल औपचारिकता जान पड़ती है।
रामगोपाल की बात को अब महत्व नहीं देता
पत्रकारों ने मुलायम से कहा कि रामगोपाल ने उनपर निशाना साधा है कि नेताजी अमर सिंह को जादूगर मानते हैं। उनके साथ गलत सलूक हो रहा। इस पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अब मैं प्रो. रामगोपाल की बातों को तवज्जो नहीं देता। मुलायम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि साजिश करने वालों का कोई जनाधार नहीं है।
शिवपाल समेत चार मंत्रियों की वापसी का फैसला सीएम पर
मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि शिवपाल यादव ने तो मंत्री पद की मांग की है और न ही हमने उनसे कुछ कहा है। चारों मंत्रियों की मंत्रिमंडल में वापसी का फैसला हम मुख्यमंत्री पर छोड़ते हैं। इस दौरान