नई दिल्लीः सुलह-समझौते की सारी कोशिशें कर थक चुके सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अब परिवार को बिखरने से बचाने के लिए दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी की मदद ली है। मुलायम के कहने पर दिल्ली से पहुंचे बुखारी ने मुलायम, शिवपाल और अखिलेश से अलग-अलग मुलाकात कर उनके दरमियां बढ़ती दूरियां खत्म करने की पहल की। आगामी पांच नवंबर को पार्टी की 25 वीं वर्षगांठ समारोह का अखिलेश की टीम के बहिष्कार की घोषणा पर यह बैठक अहम मानी जा रही है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता नहीं मानते कि शाही इमाम को मुलायम, अखिलेश और शिवपाल के बीच दिल की दूरियां खत्म कराने में मदद मिलेंगी।
क्योंकि शाही इमाम से वोटबैंक के चक्कर में जरूर तीनों नेता मिलते हैं मगर मानेंगे वही जो उन्हें अच्छी लगती है।
इमाम ने कहा-कार्यकर्ताओं के मनोबल पर पड़ रहा बुरा असर
शाही इमाम बुखारी ने मुलायम, शिवपाल और अखिलेश से मुलाकात के दौरान कलह के विपरीत असर की चर्चा की। कहा कि परिवार के बीच जिस ढंग से एकमत से फैसले नहीं हो रहे हैं उससे कार्यकर्ताओं के मनोबल पर बुरा असर पड़ रहा है।
बुखारी बोले सकारात्मक नतीजे
शाही इमाम बुखारी ने मुलाकात के दौरान क्या चर्चा हुई, इस पर कुछ बताने से इन्कार किया। सिर्फ इतना कहा कि बैठक बहुत सौहार्दपूर्ण मुद्रा में हुई और सकारात्मक नतीजा सामने आया है। माना जा रहा है कि मुलाकात के दौरान वे तीनो नेताओं को इस बात पर मनाने में सफल रहे कि आगे से किसी फैसले पर मतभेद होने पर वे सार्जवजनिक रूप से टिप्पणी के बजाए घर में बैठकर चर्चा कर समस्या दूर कर लेंगे। जिससे विवाद सार्वजनिक नहीं होंगे।