नई दिल्लीः पिछले तीन दिनों से समाजवादी पार्टी और सरकार में लगी कलह की आग फिलहाल बुझती नहीं दिख रही है। इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर ढेर सारा मिट्टी का तेल मांगा है। कहा है कि सूबे में तेल आवंटन बढ़ाकर कम से कम 600936 केएल करने की जरूरत है। मगर पिछले कुछ समय से त्रैमासिक आवंटन में केंद्र की ओर से लगातार कटौती से दिक्कत हो रही है। जिससे जनता को पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
चार करोड़ हैं कार्डधारक
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पत्र में लिखा है कि यूपी में बीपीएल, अंत्योदय और एपीएल को मिलाकर कुल चार करोड़ राशन कार्डधारक हैं। हर महीने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिट्टी का तेल वितरित होता है। मगर प्रदेश में आवश्यकता के अनुरूप केरोसिन का वितरण नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री ने पत्र में केंद्र से मिट्टी के तेल की आपूर्ति में हो रही कटौती के आंकड़े भी पेश किए हैं। कहा है कि 2016-17 के पहली तिमाही में सूबे को करीब 20 हजार केएल, दूसरी तिमाही में 19 हजार केएल और तीसरी तिमाही में एक लाख 28 हजार केएल मिट्टी का तेल आवंटित हुआ। जबकि सूबे में चार करोड़ राशन कार्डधारकों के लिए कम से कम 600936 केएल आवंटन करने की जरूरत है।
87 प्रतिशत जनसंख्या है गांव में
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य की 87 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में रहती है। हर कार्डधारक को कम से कम पांच लीटर मिट्टी का तेल दिये जाने का नियम है। मगर जरूरत से काफी कम आवंटन होने के कारण पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो रही है। चूंकि हरे वृक्षों की कटान प्रतिबंधित हैं। वहीं गैस कनेक्शन की सुविधा सभी परिवारों के पास नहीं है। ऐसे में गांव में रह रही बड़ी तादाद में आबादी मिट्टी के तेल के सहारे आग जलाकर भोजन का जुगाड़ करती है। लिहाजा मिट्टी के तेल का आवंटन बढ़ाया जाए।