
नई दिल्लीः आखिरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुलायम के गढ़ इटावा पहुंचकर ललकार ही दिए। भाषण में शाह ने जनता के सामने 90 के दशक की भाजपा वाली कल्याण सरकार का फार्मूला रखा। 2017 में जीत पर ऐसी ही सरकार देने का दावा किया। कल्याण के बहाने लोधी बिरादरी के वोटों को लुभाने की यह कोशिश मानी जा रही। न मुलायम को छोड़ा और न ही मायावती को बख्सा। चुन-चुनकर पंच मारा। बोले- अखिलेश और चाचा शिवपाल के बीच तय नहीं हो पा रहा है कि घोटालों का पैसा किसके पास रहेगा। चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई की मूल जड़ में घोटालों का पैसा है। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह के ढाई वर्ष के शासनकाल में गुंडे या तो जेल में थे या फिर बिल में घुस गए थे। आज भी ऐसी ही सरकार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। गुंडों की सरकार है और गुंडों का बोलबाला है।
बुआ-भतीजे में कोई नहीं दुरुस्त कर सकता सूबे का हालात
अमित शाह ने कहा कि मायावती कहतीं हैं कि उनकी सरकार बनी तो प्रदेश की कानून-व्यवस्था सुधर जाएगी। मायावती को बताना चाहता हूं कि उनकी सरकार में दुष्कर्म का आंकड़ा 161 प्रतिशत के पार पहुंच गया था। शाह ने कहा कि सूबे के हालात को न बुआ ठीक कर सकतीं हैं न ही भतीजा।
दो तिहाई बहुमत से बनेगी सरकार
शाह ने कहा कि 2014 का माहौल फिर से 2017 के चुनाव से पहले दिखने लगा है। लग रहा है कि यूपी की जनता अखिलेश राज के कुशासन से ऊब चुकी है। ऐसे में भाजपा को दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाने से कोई रोक नहीं सकता।
एक दीया शहीदों के नाम जरूर जलाएं
अमित शाह ने बारामूला में शहीद सैनिक नितिन यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि पूरा देश उनकी शहादत को नमन कर रहा है। नितिन की शहादत ने पूरे देश को संदेश देना का काम किया है। ऐसे तमाम शहीदों के लिए पीएम मोदी ने पूरे देशवासियों से दीवाली के दिन एक दीया शहीदों के नाम भी जलाने की अपील की है। आप लोग जरूर दीया जलाएं।