वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में अपने चुनाव प्रचार के लगातार तीसरे दिन भगवान श्री कृष्ण के वंशजों का आश्रम कहे जाने वाले गढ़वाघाट पहुंचे। कहा जाता है कि इस आश्रम के करीब 2 करोड़ से ज्यादा अनुयायी हैं। आश्रम में आने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक खास मकसद भी रहा जो समाजवादी पार्टी में डरा रहा है। इस आश्रम में ज्यादातर यादव अनुयायी बताये जाते हैं इसलिए इसे समाजवादी पार्टी के बड़े वोट बैंक के रूप में देखा जाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गढ़वाघाट आश्रम में गायों को चारा खिलाकर गौ सेवा भी की। यादव वोटबैंक के कारण मुलायम सिंह यादव भी गढ़वा आश्रम पहले भी आते रहे हैं। पिछड़े और दलित समाज के अनुयायियों की संख्या भी इस आश्रम में अच्छी खासी है। इसलिए इसे एक तीर से दो निशाने के रूप में देखा जा रहा है।
पीएम मोदी डीरेका से गढ़वाघाट आश्रम जाकर सबसे पहले श्री श्री 1008 आत्मा विवेकानंद जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित की। इसके बाद उन्होंने संत समागम में हिस्सा लिया। मोदी की महंत शरणानंद के साथ होनी चर्चा पर पूर्वांचल के कई जिलों के यदुवंशियों की निगाहें टिकी है। भगवान कृष्ण के वंशजों के इस आश्रम में देश के कई राजनीति ज्ञों की आस्था जुड़ी हुई है।
क्या है बनारस की विधानसभा स्थित
वाराणसी में 8 विधानसभा सीटें हैं। इनमें पिंडरा- कांग्रेस, अजगरा (सु)- बसपा, शिवपुर-बसपा, वाराणसी उत्तरी-बीजेपी, वाराणसी दक्षिणी- बीजेपी, वाराणसी कैंट- बीजेपी, सेवापुरी-सपा के पास है। वहीं, रोहनिया सीट 2012 में अपना दल के पास थी, लेकिन बाई इलेक्शन में ये सीट सपा के पास चली गई। इस तरह कांग्रेस और बसपा के पास 2-2, बीजेपी के पास 3 और सपा के पास 2 सीटें हैं।