दिल्ली : मोदी के रूप में देश को ऐसे पीएम मिले हैं जो 24 घंटे सातों दिन काम करते हैं. कभी आराम नहीं करते. कभी छुट्टी नहीं लेते. पीएमओ ने आरटीआई जवाब में यही जवाब दिया है. 26 मई 2014 को देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी ने खुद को देश का प्रधान सेवक घोषित किया था.
प्रधान सेवक कोई संवैधानिक पद नहीं, कोई पदनाम नहीं लेकिन पीएम मोदी ने साबित कर दिया है कि प्रधान सेवक की तरह काम करने का जो वचन उन्होंने देश को दिया था वो उसे पूरा करने की कोशिश में आज भी जुटे हुए हैं. न थके हैं, न रूके हैं. बस काम कर रहे हैं.
कहा जाता है कि पीएम मोदी 24 घंटे में से 18 घंटे तक काम करते हैं. मुश्किल से 5 घंटे सोते हैं. सुबह 5 बजे जाग जाते हैं. इसकी चर्चा दुनिया में होती है. पिछले साल जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा दिल्ली में आए तब उन्होंने भी कहा था कि मोदी उनसे कम सोते हैं.
”पूर्व प्रधानमंत्रियों की छुट्टियों से जुड़ी जानकारी इस कार्यालय में उपलब्ध नहीं है. हालांकि मौजूदा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कार्यभाल संभालने के बाद से अभी तक कोई छुट्टी नहीं ली है. कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री हर समय काम पर होते हैं.”
मोदी देश के पीएम हैं लेकिन कठिन दिनचर्या के साथ जीते हैं. इसकी एक कहानी हाल में सामने आई थी जब पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी. खबर आई थी कि 28-29 सितंबर की रात जब पीओके में सेना के कमांडो घुसकर आतंकियों का सफाया कर रहे थे तब पीएम मोदी जाग रहे थे. पूरी रात उन्होंने पानी भी नहीं पिया था. सुबह ऑपरेशन के कामयाब होने के बाद उन्होंने पानी पिया और फिर से काम में जुट गए.