नई दिल्ली: सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद ट्रेड यूनियन ने अपने हड़ताल के फैसले को वापस लेने से मना कर दिया है. लिहाजा आज ट्रेड यूनियन की देश व्यापी हड़ताल है. इस हड़ताल का असर बैंकिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और टेलीकॉम जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं पर पड़ेगा. इसलिए अगर आपको घर से बाहर किसी भी काम से जाना है तो एक बार रुक कर सोच जरूर लें.
12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों अपनी 12 सूत्रीय मांगों पर सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ हड़ताल पर है. इनकी मुख्य मांगों में न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाकर 18 हजार रुपय करना, महंगाई पर काबू पाना तथा 3,000 रुपये की निश्चित न्यूनतम मासिक पेंशन की मांग शामिल हैं. आपको बता दें कि इन सभी मांगो को लेकर आज 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल बुलाई है.
सरकार की कोशिशें हुई बेकार
आल इंडिया ट्रेड यूनियंस कांग्रेस और सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस जैसे संगठनों ने हड़ताल नहीं करने की सरकार की ओर से अपील को ठुकरा दिया है. इन संगठनों को मनाने के लिए सरकार की तरफ से काफी कोशिश की गई लेकिन बावजूद इसके हड़ताल वापस लेने से मना कर दिया. यूनियनों का कहना है कि इस साल का हड़तास पहले से अधिक व्यापक होगा और इसका असर सड़कों पर देखने को मिलेगा. क्योंकि इस बार की हड़ताल में शामिल कर्माचियों की संख्या 18 करोड़ के आस पास होगी. आपको बता दें की पिछले साल की हड़ताल में करीब 13 करोड़ कर्मचारी शामिल हुए थे.