नई दिल्ली : बिहार में महागठबंधन की सरकार है . राजद , जयदू तथा कांग्रेस की मौजुदा सरकार में दरार आ चुका है . करोड़पती से अरबपति बनने कि ख्वाहिस रखने वाले राजद, कांग्रेस के विधायक वर्तमान सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे हैं. इसका कारण यह कि वे शराब के धंधे से ही राजनीति में आए है. शराब बंदी से उनका सारा कारोबार चौपट हो गाया है . इसलिए उन्हे राजनीति का कोई स्वाद ही नहीं आ रहा हैं. वे अन्दर ही अन्दर घुट रहे है.
पुत्र मोह के शिकार हो चुके है लालू
राजनीति के अन्दर खाने की यह रिपोर्ट है कि राजद से जयदू किनारा करना चाहता है. सिर्फ इसलिए क्योकि नीतीश कुमार को पता चल चुका है कि राजद के सुप्रिमो पुत्र मोह में फंस कर सत्ता अपने हाथ में लेना चाहते है . ताकि अपने पुत्र तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री देखना चाहते है. यही कारण है कि सरकार की बागडोर एम वाई समीकरण पर आधारित करने की पहल तेज हो गयी है.
राजनीति सुत्रो कि माने तो नीतीश कुमार भी शहाबुद्धीन की रिहाई के बाद RJD को दो भागों में तोड़कर एक भाग का सर्मथन हासिल करना चाहते है ऐसे में हिना शहाब को उपमुख्यमंत्री की बागडोर संभाल सकते है. पटना के गलियारों में इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है. लेकिन अन्दर खिचड़ी पक रही हैं
RJD के 25 विधायक JDU में जाने को तैयार
राजद के तकरिबन 25 विधायक ऐसे है जो लालू यादव को बिना भनक लगे, वह राजद के साथ आना चाहते है. इधर नीतीश कुमार भी अपनी सुरक्षा के लिए भाजपा से नजदीकियां बढ़ा रहे है . ऐसे में यदि सरकार बनाता है तो दो प्रकार की राजनीतीक स्थितियां बनेगी. एक JDU अपनी सुऱक्षा को लेकर व पार्टी को टूटने से बचाने के लिए BJP का दामन थाम सकती है . ऐसे में 71 जयदू के 53 बीजेपी के विधायकर मिलकर कुल 124 का आंकड़ा पूरा हो सकता है. केन्द्र में बीजेपी को समर्थन दे रही हम के एक , रालोसपा के दो और लोजपा के दो विधायक का भी समर्थन जयदू को मिल सकता है. इसके साथ 4 निर्दलीय विधायक को अपने साथ ला कर 133 का आंकडा़ पूरा कर एक बार फिर बीजेपी के सहारे नीतीश अपनी नैया को अगले पांच सालो तक चला सकते है.
नोटबंदी पर खुलकर सर्मथन में आए नीतीश कुमार
8 नवंबर को देर रात पीएम मोदी ने 500 और 1000 के नोटों की बंदी की घोषणा की और अगले ही दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के इस पहल की तारीफ कर दी. साथ ही इस कदम के लिए मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को बधाई भी दी. नीतीश ने सारी हदे तब पार कर दि जब मधुबनी के वाटसन स्कूल में 'निश्र्चय यात्रा ' के दौरान कहा कि हम 500 -1000 के नोट बंद करने के फैसले के हिमयाती है. और मोदी की जमकर तारीफ की. जिसके बाद कयासो का दौर शुरु हो गया है.
सर्जीकल स्ट्राइक के बाद नीतीश ने कि थी सरकार की प्रशंसा
नीतीश कुमार ने भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी अधिकत कश्मीर में किए सर्जिकल स्ट्राइक के समर्थन में ट्वीट कर सरकार की प्रशंसा की. ऐसे में नीतीश और पीएम मोदी के बीच की दूरियां कुछ कम होती जा रही है . नीतीश ने इसके समर्थन में जो ट्वीट किया था उसमें पहले केंद्र सरकारकी प्रशंसा की गई थी और फिर सेना को धन्यवाद दिया गया था.
सुत्रो कि माने तो इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि नीतीश कुमार का लागातार केंद्र सरकार के प्रायसों का समर्थन , गठबंधन में दरार का संकेत है. भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिती इस मामले पर नज़र बनाए हुए है.
बिहार में दलीय विधायक की संख्या
RJD - 80
JDU - 71
BJP - 43
CONGRESS- 27
CPI-3
LJP-2
RLSP-2
HUM-1
INDEPENDENT -1
TOTAL - 243 न्यूज श्रोत : bihar news