दिल्ली : भारत के प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर ने एक बार फिर न्यायपालिका में जजों की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि विभिन्न हाई कोर्ट में जजों के 500 पद खाली पड़े हैं.
दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान न्यायाधीश ठाकुर ने कहा कि सरकार की तरफ़ से हमें सहूलियतें नहीं मिल रही हैं. हाइकोर्ट में फ़िलहाल 500 जजों के पद खाली हैं. अदालतों के कोर्ट रूम खाली नजर आते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने अपनी मजबूरी बताते हुए कहा कि अलग-अलग ट्राइब्यूनल में हमें अपने रिटायर्ड साथियों को भेजना पड़ता है, जो पीड़ा पहुंचाने वाली बात है.
रविशंकर बोले- इससे सहमत नहीं हैं
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने टीएस ठाकुर के इस बयान पर ऐतराज जताते हुए कहा है कि हम आदर के साथ उनके बयान से असहमति जताते हैं. रविशंकर ने कहा, 'हम आदर के साथ असहमति जताते हैं, क्योंकि इस साल 120 जजों की नियुक्ति की गई है.'
बता दें कि इससे पहले भी पिछले हफ्ते ही सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट ने सरकार को वो 43 नाम फिर से भेज दिए हैं जिसे सरकार ने पहली दफा में नहीं नियुक्त किया था. सरकार को कोर्ट ने 3 हफ्ते में इन 43 नाम पर विचार करने को कहा है.