नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद अगर सबसे ज्यादा एक्टिव किसी को रहना था तो था भारतीय कस्टम विभाग। नोटबंदी के बाद देश के सभी बड़े हवाई अडडों पर हाई अलर्ट जारी किया गया है। कस्टम विभाग के सूत्रों का कहना है कि करेंसी जांच करने वाली कुछ एक्सट्रा मशीनों को भी इन जगहों पर भेज गया है।
नोटबंदी के बाद कस्टम विभाग को बताया गया था कि बड़ी संख्या में हवाला के जरिये पैसों को बाहर भेजा जा सकता है। डीआरआई समेत कई जाँच एजेंसियों को संदेह था कि भारत से हवाला के जरिये पैसे बाहर भेजना और और फिर इन्हें स्मगल कर इंडिया लाया जा सकता है। प्रवर्तन निदेशालय ने हवाला लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में देश के 50 बैंकों में छापेमारी की। नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार की ये बड़ी कार्रवाई है। आरोप है कि नोटबंदी के बाद 500 और 1000 रुपए के नोट को हवाला कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए बैंकों तक पहुंचाए गए।
नोटबंदी के 20 दिनों में मुम्बई के सिस्टम विभाग ने 9 नवंबर से 29 नवंबर तक 30 करोड़ से अधिक का माल जब्त किया। इसमें बड़ी मात्रा में सोना और करेंसी थी। सूत्र यह भी बताते हैं कि भारत से बड़ी मात्रा में गोल्ड विदेशों को भेजने के मामले भी पकडे गए हैं। उनका कहना है कि कस्टम जाँच के दौरान ड्रग्स और मेटल तो आसानी से पकड़ में आ जाते हैं लेकिन हवाला के पैसे को पकड़ना बेहद मुश्किल है क्योंकि मशीने उन्हें आसानी से डिटेक्ट नही कर पाती हैं।