अहमदाबाद : सरकार द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद सबसे बड़ा झटका देश के छोटे-मझोले उद्योगों को लगा है। इस तरह के उद्योग पूरी तरह नगदी पर टिके होते हैं इसलिए अब इनका काम पूरी तरह ठप हो गया है। ऐसे ही उद्योगों में गुजरात का मटका कारोबार भी आता है जो पूरी तरह बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। गुजरात के मटका उद्योग में हर रोज 700 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। नोटबंदी के बाद मटका बिजनस की दुकानें बंद पड़ी हुई हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार मिलन, रतन, कल्याण और सीएम बाजार, ये चार गुजरात के बड़े मटका प्लेयर्स हैं। मिलन, रतन और कल्याण अपना बिजनस मुंबई से ऑपरेट करते हैं। ये तीनों ही गुजरात का 90 प्रतिशत मटका बिजनस कवर करते हैं। डीसा और भाभर गुजरात के दो बड़े मटका बिजनस हब हैं। अहमदाबाद के मटका किंग रोज 100-125 करोड़ा का बिजनस करते हैं।
नोटबंदी के साथ ही यहाँ का हवाला बिजनस भी बंद हो गया है। अहमदाबाद के 700 से 800 मटका काउंटर्स बंद हो गए हैं। एक आईपीएस अधिकारी ने बताया, ‘पहले हम रोज 10 से 12 केस मटका बिजनस से संबंधित दर्ज करते थे, लेकिन 8 नवंबर के बाद से एक भी शिकायत दर्ज नहीं की गई है। पूरे राज्य में मटका बिजनस बंद हो गया है।