नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से नोटबंदी का फैसला लागू किए जाने पर ऑल इंडिया बैंकर्स यूनियन ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा मांगा है। यूनियन ने उन पर बिना तैयारी के फैसला लागू करवाने का भी आरोप लगाया।
आरबीआई गवर्नर को खुद देना चाहिए इस्तीफा
यूनियन के उपाध्यक्ष थॉमस फ्रैंको ने आरबीआई गवर्नर को बिना तैयारी के फैसला लेने और आर्थिक तंगी के लिए जिम्मेदार ठहराया। यह यूनियन देश के राष्ट्रीय, निजी सेक्टर, कोऑपरेटिव और क्षेत्रीय बैंकों के 2.5 लाख सीनियर बैंक अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा, '11 बैंक अधिकारियों समेत तमाम लोगों की हुई मौतों की नैतिक जिम्मेदारी आरबीआई गवर्नर को लेनी चाहिए और उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वर्तमान आरबीआई गवर्नर सही फैसले लेने में विफल रहे हैं, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा है।'
2000 रुपये का नोट पहले उतारने पर सवाल
सीनियर बैंकर ने 500 रुपये की जगह 2000 रुपये का नोट पहले उतारने पर भी सवाल किया और कहा, 'आरबीआई गवर्नर ने 2000 के नोट पर साइन किए। उनकी टीम को इस बात का अहसास क्यों नहीं हुआ कि 2000 रुपये के नोट का साइज 1000 रुपये के नोट से छोटा है। इससे दो लाख बैंक एटीएम मशीनों को एक साथ कैसे बदला जा सकेगा?'
नोटबंदी के मामले में RBI विफल
फ्रैंको ने आरबीआई को कोसते हुए कहा कि नोटबंदी के मामले में यह पूरी तरह विफल रहा है और सरकार को सही ढंग से सलाह भी नहीं दे पाया।
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