मुंबई : मोदी सरकार द्वारा 2000 रूपये का नोट जारी किया गया था तब कई लोगों का कहना था कि इससे रिश्वत लेना और भी आसान हो जायेगा। नए 2000 के नोट से रिश्वत लेने का पहला मामला महाराष्ट्र में कोल्हापुर में मिला जहाँ जिला परिषद के एक वरिष्ठ सहायक को कथित तौर पर 35,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
महाराष्ट्र आईसीबी चीफ सतीश माथुर का कहना है कि तो 45 वर्षीय चन्द्रकांत सावरदेकर को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता की जिला परिषद संचालित एक स्कूल में प्रधानाचार्य के तौर पर प्रोन्नति की जानी थी। अधिकारी द्वारा ली गई रिश्वत की इस रकम में 2,000 रुपये के 17 नोट थे।
सावरदेकर ने जिला परिषद प्रशासन को प्रोन्नति का एक नया प्रस्ताव देकर शिकायतकर्ता की मदद करने का आश्वासन दिया था। इसके लिए उसने 40,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी और मोलभाव के बाद मामला 35,000 रुपये पर तय हुआ था।