नई दिल्ली : मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट के विमुद्रीकरण के बाद नए 2000 के नोट को लेकर सवाल उठाये जा रहे है। लोगों का मानना है कि इससे तो रिश्वत देना और भी आसान हो जायेगा और इसका ट्रेलर बाजार में नोट आने के एक हफ्ते में ही दिखने लगा है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के कांडला पोर्ट ट्रस्ट के दो अधिकारियों को 2.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
इन अधिकारियों में से एक के घर से 40,000 रुपये घूस की अतिरिक्त रकम भी बरामद की गई। गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो का कहना है कि घूस की यह पूरी 2.9 लाख की रकम नए 2000 रुपये के नोटों में थी।
गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि कांडला पोर्ट ट्रस्ट के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर पी श्रीविवासु और सब डिवीजनल ऑफिसर के. कोमतेकर ने एक प्राइवेट इलेक्ट्रिकल फर्म के पेंडिंग बिलों के भुगतान के लिए 4.4 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इन दोनों अधिकारियों के बिचौलिये रुद्रेश्वर ने 15 नवंबर को इस रकम के एक हिस्से के रूप में 2.5 लाख रुपये लिए। वहीँ मध्यप्रदेश सरकार के तीन कर्मचारियों को भोपाल में 25000 के रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। यह रिश्वत 2000 के नोटों से दी जा रही थी।