यह पुस्तक इश्क़ पर आधारित एक शायरी संग्रह हैं जो गुजरे पल की याद दिलाता है इसमे इश्क़ ,दर्द और जुदाई की दस्ता है जो काफी शानदार और सरल शब्दो मे लिखा गया है...
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मुद्दतो गुजर गयें तुम से मिलें, अब भी तुम्हारा गाँव याद आता हैं। याददाश्त कमजोर होती जा रही हैं शुक्र हैं याद तुम रोज आते हो। कई हमसफ़र मिले सफ़र में, तो कई हमसफ़र की मिली सिर्फ यादें..
दिल में रहने वाले कमाल करते हैं, हम से मिलते हैं हमीं से सवाल करते हैं। आज शहर में, ऐ सूनापन कैसा हैं? जहाँ पर भीड़ होती थी वहाँ खालीपन कैसा हैं? लो आज कहाँ आ गयें हम, क्या थे और क्या