नई दिल्ली : पाकिस्तान अपनी जमीन पर चल रहे आतंकवादी संगठनों का किस किस हद तक समर्थन करता यह फिर पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बयान में दिखा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उडी में हुए आतंकी हमले को कश्मीर के गुस्से के बाद की प्रतिक्रिया बताया है। पाक पीएम ने कहा 'उरी हमला कश्मीर में ज्यादतियों की प्रतिक्रिया हो सकता है, क्योंकि पिछले दो महीनों में मारे गए लोगों और अपनी आंखें गंवाने वाले लोगों के प्रियजन व करीबी रिश्तेदार आहत और गुस्से में हैं।'
नवाज शरीफ के बयान के बाद एक बात साफ़ हो गई है उडी में हुए आतंकी हमले का शरीफ समर्थन कर रहे हैं। गौरतलब है कि संयक्त राष्ट्र में अपने भाषण के दौरान शरीफ ने हिजबुल के कमांडर बुरहान वानी को निर्दोष बताकर समर्थन किया था। वहीँ जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में पकडे गए पाकिस्तानी आतंकवादी कयूम ने इस बात को माना कि लश्कर को पाकिस्तानी फ़ौज द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है। उसने अपने कबूलनामे में कहा कि उसे पाकिस्तानी फ़ौज ने ट्रेनिंग दी थी।
वहीँ उड़ी हमले आतंकवादियों से दो नक्शे बरामद किए गए हैं जिसमें उरी की सामान्य भौगोलिक संरचना का ब्यौरा शामिल है। इस बीच, थलसेना ने नियंत्रण रेखा के पास की उस सटीक जगह की पहचान करने की कोशिशें तेज कर दी है जहां से वे भारत में दाखिल हुए थे ।
आधिकारिक सूत्रों ने आज कहा कि मारे गए आतंकवादियों से हथियारों और गोला-बारूदों के अलावा दो नक्शे बरामद किए गए है जिनमें उरी के सामान्य इलाकों को दिखाया गया है । माना जाता है कि मारे गए आतंकवादी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। नक्शों में ब्रिगेड मुख्यालय एवं कस्बे के अन्य प्रतिष्ठानों सहित उरी की कई जगहें दिखाई गई है। श्रीनगर से 75 किलोमीटर दूर स्थित उरी राष्ट्रीय जल विद्युत निगम (एनएचपीसी) की ओर से संचालित बिजली परियोजना के कारण रणनीतिक तौर पर काफी अहम है ।