हमारा पाचन तंत्रहमारे पुरे जीवनको प्रभावित करताहै। इसके ख़राबहोने पर एसिडिटी,अफरा या दर्द जैसी समस्याएंहोने लगती हैं।वर्तमान समय में महिलाएं भी पाचन तंत्र कीसमस्याओं से काफीपरेशान हैं। 30-35 याउससे अधिक उम्रकी महिलाओं मेंयह समस्या काफीदेखने को मिल रही है।असल में इस आयुवर्ग की महिलायेंग्रहणी या जॉब वर
पेट की समस्याएंवैसे तो सभी के लिएहानिकारक होती हैं।लेकिन महिलाओं कोयदि पेट की समस्याएं होने के चांस ज्यादाहोते हैं। असलमें महिलाएं दिनभर किसी न किसी कार्यमें लगी ही रहती हैं।चाहे वह घर का कार्यहो या बाहरी।ऐसे में महिलाओंके खानपान मेंगड़बड़ी होने के कारण वेपाचन तंत्र कीस
मानव शरीर केस्वास्थ्य के लिए पेट के पाचन तंत्र का सही रहना बहुत आवश्यक है। पाचन तंत्र केख़राब होने पर एसिडिटी, अफरा या दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। पेट सम्बंधित समस्याओं से महिलाएं भी काफी परेशान रहती हैं। विवाह होने के बाद में महिलाओं कीजीवन शैली में काफी परिवर्तन आते हैं। जिनके कारण वेपेट सम्
आज के समयमें पेट की समस्याएं लगातार बढ़तीजा रहीं हैंऔर यदि पेट के कार्यतंत्र में खराबीआ जाती है तो हमेंबहुत सी समस्याएंहोने के चांस बढ़ जातेहैं। पेट के कार्य तंत्रमें गड़बड़ होनेपर एसिडिटी, अफराया दर्द जैसीसमस्याएं होने लगतीहैं। आज 25 से38 वर्षीय लोग पेटकी समस्याओं सेकाफी
पेट हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। यदि इसके कार्य तंत्र में खराबी आ जाती है तो हमें बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अतः स्वस्थ जीवन के लिए पाचन तंत्र का स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है। पेट के कार्य तंत्र के ख़राब होने पर एसिडिटी, अफरा या दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वर्तमान समय में 12 से