पेट की समस्याएं
वैसे तो सभी के लिए
हानिकारक होती हैं।
लेकिन महिलाओं को
यदि पेट की समस्याएं होने के चांस ज्यादा
होते हैं। असल
में महिलाएं दिन
भर किसी न किसी कार्य
में लगी ही रहती हैं।
चाहे वह घर का कार्य
हो या बाहरी।
ऐसे में महिलाओं
के खानपान में
गड़बड़ी होने के कारण वे
पाचन तंत्र की
समस्याओं से जल्दी
ग्रस्त हो जाती हैं। पेट
के कार्य तंत्र
में यदि किसी
कारण से खराबी
आ जाती है तो हमें
कई अन्य बहुत
सी समस्याएं होने
के चांस बढ़ जाते हैं।
अतः मानव शरीर
के स्वास्थ्य के
लिए पेट के कार्य तंत्र
का सही रहना
बहुत आवश्यक है।
पेट के कार्य
तंत्र के ख़राब होने पर
एसिडिटी, अफरा या
दर्द जैसी समस्याएं
होने लगती हैं।
महिलाओं में पाचन
तंत्र
की
समस्याएं
-
वर्तमान में पाचन
तंत्र की समस्याएं
महिलाओं में पुरुषों
की तुलना में
अधिक देखने को
मिल रहीं हैं।
30 वर्ष या उससे ज्यादा के
आयुवर्ग की महिलाओं
में ये समस्याएं
ज्यादा देखने को
मिल रहें हैं।
जो शुरुआत में
ध्यान न देने के कारण
बाद में काफी
गंभीर भी हो सकती हैं।
इस आयुवर्ग की
महिलाएं जॉब वर्कर्स
या ग्रहणी ही
होती हैं। जॉब
वर्क करने वाली
महिलाओं का अधिकतर
समय एक स्थान
पर बैठे हुए
ही गुजरता है।
जब की दूसरी
और ग्रहणी महिलाओं
का अधिकतर समय
घर की देखभाल,
उसके बहुत से कार्यों तथा घर के सभी
सदस्यों का ध्यान
रखने में गुजरता
है। ऐसी स्थिति
में महिलाओं का
खानपान सही समय पर नहीं
हो पाता और इस का
नकारात्मक प्रभाव महिलाओं
के पाचन तंत्र
पर पड़ता है।
जिसके कारण उनको
पेट संबंधी समस्याओं
का सामना करना
पड़ता है। पेट की खराबी
को दूर करने
के लिए पॉचस्ट टेबलेट
सीरप तथा चूर्ण
एक सर्वाधिक गुणकारी
औषधी है। एम्बिक
आयुर्वेद कंपनी का
पॉचस्ट
टेबलेट सीरप तथा
चूर्ण बहुत लाभकारी
होता है। आयुर्वेदिक
जड़ी बूटियों तथा
प्राकृतिक घटकों से
निर्मित इस औषधी का मानव
शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता
है। इस
औषधी में हरड़,
अमलतास, स्वर्ण पत्री,
अर्कचीर जैसी प्राकृतिक
ओषधियां हैं जो पेट को
स्वस्थ रखने में
बहुत कारगर होती
हैं।
महिलाओं में पेट तथा पाचन संबंधी समस्याएं -
पेट तथा पाचन
सम्बंधित कई प्रकार
की समस्याएं होती
हैं। आइये जानते
हैं कुछ प्रमुख
समस्याओं के बारे
में।
1 - कब्ज।
2 - पेट में छाले।
3 - भूख न लगना।
4 - पेट में जलन
होना।
5 - एसिडिटी या गैस।
ये सभी समस्याएं
निम्न
लिखित
कारणों
से
महिलाओं
को
होती
हैं।
1 - अस्वस्थ खानपान तथा
सुस्त जीवनशैली।
2 - चाय, कॉफी आदि
का अधिक सेवन
करना।
3 - अधिक मिर्च मसाले
का भोजन करना।
4 - ऑयली भोजन अधिक
करना।
5 - व्यायाम न करना।
6 - पानी का कम
सेवन करना।
पेट तथा पाचन
तंत्र
की
समस्याओं
से
बचने
के
सामान्य
उपाय
-
1 - तेज मिर्च मसलों के भोजन से परहेज करें।
2 - ऑयली भोजन का
सेवन न करें।
3 - तनाव लेने से
बचें।
4 - प्रतिदिन
पॉचस्ट सीरप या टेबलेट का
सेवन करें।
5 - प्रतिदिन
व्यायाम करें तथा
अधिक पानी का सेवन करें।