मानव शरीर के
स्वास्थ्य के लिए पेट के पाचन तंत्र का सही रहना बहुत आवश्यक है। पाचन तंत्र के
ख़राब होने पर एसिडिटी, अफरा या दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। पेट सम्बंधित समस्याओं से महिलाएं भी काफी परेशान रहती हैं। विवाह होने के बाद में महिलाओं की
जीवन शैली में काफी परिवर्तन आते हैं। जिनके कारण वे
पेट सम्बंधित समस्याओं से
ग्रस्त हो सकती हैं। कई महिलाएं विवाह के बाद सभी को भोजन कराने के बाद खुद भोजन करती हैं जिससे भोजन करने के समय में काफी देर हो
जाती है। कई बार बच्चों के कारण महिलाएं देर से
भोजन करती हैं। इस
प्रकार से कई कारणों से महिलाओं के
पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
और उनको पेट सम्बंधित समस्याएं हो जाती हैं। पाचन तंत्र के ख़राब होने का मुख्य कारण खानपान तथा जीवन शैली सही न होना होता है।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याओं के कारण -
1 - अस्वस्थ खानपान तथा सुस्त जीवनशैली।
2 - चाय, कॉफी आदि का अधिक सेवन करना।
3 - अधिक मिर्च मसाले का भोजन करना।
4 - ऑयली भोजन अधिक करना।
5 - व्यायाम न करना।
6 - पानी का
कम सेवन करना।
7 - समय से
भोजन न कर पाना।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याएं -
1 - एसिडिटी या
गैस।
2 - कब्ज।
3 - पेट में छाले।
4 - भूख न लगना।
5 - पेट में जलन होना।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याओं के प्रभाव -
1 - भूख कम
लगना।
2 - कमजोरी होना।
3 - चिड़चिड़ापन रहना।
4 - मल त्याग करने में समस्या होना।
5 - पेट में मरोड़ तथा जलन होना।
महिलाओं में पेट की समस्याओं - का आयुर्वेदिक समाधान – पॉचस्ट सीरप या टेबलेट
बहुत सी महिलाएं शादीशुदा होने के
साथ साथ ग्रहणी भी
होती हैं। इनका समय अधिकतर घर पर
ही गुजरता है। ऐसे में एक ही
स्थान पर रहने के
कारण तथा खानपान की
गड़बड़ी के कारण पाचनतंत्र खराब हो ही
जाता है। कुछ महिलाएं वैवाहिक होने के
साथ साथ जॉब वर्कर भी होती हैं। ऐसे में बाहर की भागदौड़ तथा बाहरी खानपान भी
पाचन संस्थान पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। कुछ महिलाओं के
बच्चे होते हैं ऐसी महिलाएं बच्चों तथा घर की देखभाल के कारण स्वयं का सही से
ख्याल नहीं रख पाती हैं। इस कारण उनके पाचन तंत्र में खराबी आ जाती है। इन समस्याओं को
दूर करने के लिए एम्बिक आयुर्वेद कंपनी का पॉचस्ट सीरप या टेबलेट बहुत लाभकारी होती है। पाचन तंत्र की खराबी को दूर करने के लिए पॉचस्ट सीरप या टेबलेट एक सर्वाधिक गुणकारी औषधी है। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों तथा प्राकृतिक घटकों से निर्मित इस
औषधी का मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। इस औषधी में हरड़, अमलतास, स्वर्ण पत्री, अर्कचीर जैसी प्राकृतिक ओषधियां हैं जो पेट को स्वस्थ रखने में बहुत कारगर होती हैं।
पॉचस्ट सीरप या टेबलेट में आयुर्वेदिक प्राकृतिक घटक -
1 - स्वर्ण पत्री।
2 - हरड़।
3 - अम्लतास।
4 - मरोड़ फली।
5 - बच।
6 - गिलोय।
7 - खस।
Conclusion
पेट की समस्याएं आगे चलकर ज्यादा गंभीर हो जाती हैं जिसके बाद इन
लोगों के जीवन में ज्यादा परेशानी हो
जाती है। यदि ऊपर लिखे लक्षणों को
ध्यान में रख कर
समय से महिलाएं अपना उपचार करा लेती हैं तो भविष्य में कोई समस्या नहीं हो पाती है। महिलाएं यदि पॉचस्ट सीरप या टेबलेट का सेवन प्रतिदिन करेंगी तो
उनको सामान्य लोगों से
पेट की समस्याओं का
ख़तरा कम ही होगा।
पेट तथा पाचन तंत्र की समस्याओं से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय -
1 - तेज मिर्च मसलों के भोजन से परहेज करें।
2 - ऑयली भोजन का सेवन न करें।
3 - तनाव लेने से बचें।
4 - प्रतिदिन पॉचस्ट सीरप या टेबलेट का सेवन करें।
5 - प्रतिदिन व्यायाम करें तथा अधिक पानी का सेवन करें।