लखनऊ : यूपी चुनाव के लिए कांग्रेस से गठबंधन फाइनल होने की खबर के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया। मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव की गैरमौजूदगी में जारी हुए इस घोषणापत्र में कई लोकलुभावन वादे अखिलेश ने प्रदेश की जनता से किए हैं।
इंस्पेक्टर राज समाप्त करना।
उद्यमियों के लिये पूर्ण रूप से एकल खिड़की प्रणाली लागू करना।
तहसील तथा विकास खण्ड स्तर पर ‘फैमिली बाजारों’ की स्थापना करना।
वाराणसी में साड़ी डिजायन केन्द्र खोलना।
सूचना प्रौद्योगिकी - मेधावी छात्र, छात्राओं के लिए मुफ्त लैपटाप वितरण योजना को जारी रखना।
आम जनता को सरकार की योजनाओं से जोड़ने के लिये मुफ्त समाजवादी स्मार्टफोन उपलब्ध कराना।
युवा कल्याणकारी योजनाएं एवं कौशल विकास - युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिये ‘इंटरप्रन्योरशिप डेवलपमेंट’ और ‘स्टार्ट-अप’ की व्यापक योजनाएं बनाना।
खेल कूद के क्षेत्र में मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित, प्रशिक्षित करने के लिये आवासीय पद्धति पर ‘समाजवादी स्पोर्ट्स स्कूल’ की स्थापना करना।
अधिवक्ता कल्याण - युवा अधिवक्ताओं को मासिक आर्थिक सहायता देना।
60 वर्ष से कम उम्र के वकीलों की मृत्यु पर उनके आश्रित परिवार के सदस्य को 10 लाख रपये की सहायता देना।
वकीलों के आवास के लिये ग्रुप हाउसिंग योजना चलाना।
अन्य वर्गो के लिये - चौकीदारों, होमगार्डस तथा प्रान्तीय रक्षा दल के जवानों के मानदेय में वृद्धि।
क्षेत्रीय ग्राम स्तरीय कर्मचारियों की प्रोन्नति का मार्ग प्रशस्त करना।
-सभी रिक्त सरकारी पदों पर आवश्यकतानुसार भर्ती।
-देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों के मूल निवास पर उनके परिवार की सुविधा तथा सुरक्षा के लिये विशेष प्रबन्ध करना।