इस्लामाबाद : पाकिस्तान में एक बात फिर नवाज शरीफ की सत्ता के सामने बेबस नजर आ रहा है। पाकिस्तान के जाने मने अख़बार डॉन के एक पत्रकार पर सरकार ने प्रतिबन्ध लगा दिया है। पाकिस्तान ने पत्रकार पर यह कार्रवाई उस खबर के बाद की जिसमे कहा गया था कि पकिस्तान ने इंटरनेशनल स्तर पर अलग-थलग पड़ने के डर से सेना से कहा है कि वह आतंकियों की मदद करना बंद करे। अख़बार ने इस खबर को पहले पन्ने पर प्रकशित किया था।
अब एक अहम बैठक में पत्रकार को देश छोड़ने से रोक दिया गया है। इस बैठक में आईएसआई को कथित तौर पर कहा गया था कि आतंकी समूहों को उसके समर्थन के कारण देश वैश्विक रूप से अलग-थलग पड़ रहा है। द डॉन के स्तंभकार और संवाददाता सिरिल अलमीडा ने ट्वीट करके कहा कि उन्हें ‘निकास नियंत्रण सूची’ में रखा गया है। यह पाकिस्तान सरकार की सीमा नियंत्रण की व्यवस्था है, जिसके तहत सूची में शामिल लोगों को देश छोड़ने से रोका जाता है।
अलमीडा ने ट्वीट किया, ‘‘उलझन में हूं, दुखी हूं। कहीं जाने का कोई इरादा नहीं था। यह मेरा घर है। पाकिस्तान।’’ इस घटना से एक सप्ताह पहले ही अलमीडा ने द डॉन में पहले पन्ने पर पाकिस्तान के असैन्य और सैन्य नेतृत्व के बीच की दरार को लेकर खबर लिखी थी।
उन्होंने लिखा था कि इस दरार की वजह वे आतंकी समूह हैं, जो पाकिस्तान से संचालित होते हैं लेकिन भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ युद्धरत रहते हैं। अलमीडा ने छह अक्तूबर को, सूत्रों का हवाला देते हुए द डॉन में लिखा था कि असैन्य सरकार ने सैन्य नेतृत्व से कहा है कि पाकिस्तान का बढ़ता अंतरराष्ट्रीय विलगाव आतंकवाद को कथित समर्थन के चलते है।