""अंजू ""आओ ऊपर चलें, वहाँ आराम से हम लोग खेल, खेल सकेगें lमैंने ढेर सारी चॉकलेट रखी हैं तुम्हारे लिए छत पर l
चॉकलेट......
चलिए न जल्दी से मुझे चॉकलेट दे दीजिये, वो मुझे बहुत पसंद है l
हाँ, हाँ पता है मुझे पर पहले तुझे मेरे साथ गेम खेलना होगा l
हाँ चलो चलतें हैं पर पहले बाबू जी को यहाँ से चलें जाने दो उनके सामने जायेगें तो हमें बुलालेगें हम खेल भी न पायेगें l
ठीक है भैया....
अंजू एक आठ साल की लड़की है, जो अभी बहुत भोली और मासूम है l वह अपने बड़े पापा के घर में अपने बड़े भाई अशोक के साथ खेलने के लिए आयी है l
अशोक 18साल का नवयुवक है, जिसने अभी अभी जवानी में कदम रखा है, वह अंजू से अपनी वो ख्वाहिशें पूरी करना चाहता है जिसके लिए पत्नी की जरूरत होती है l
इसी नीयत से वह अंजू को छत में ले जाना चाहता है l
पर भोली अंजू इसकी कुटिलता को भाँप नहीं पाती है l
और वह रिश्ते में बड़ा भाई भी तो है, जिसे हर परेशानी से अंजू की रक्षा करनी चाहिए, परन्तु यहाँ रक्षक ही भक्षक बनने पर उतारू है l
भैया यह क्या कर रहे हो, यह सब गंदी बात है मुझे दर्द हो रहा है मुझे घर जाने दो, चुप रहो जल्दी ही ठीक हो जाएगा ।बड़ी वाली चॉकलेट नहीं खानी है क्या?..................................
अंजू की सिसकियां एक राक्षस को सुनाई नहीं दे रही थीl
जब बासना का तूफान थमा, तब उसने अंजू को शांत करने का प्रयास करना शुरू कर दिया, और किसी से भी कुछ बात बताने को मना कर दियाl
अंजू किसी से कुछ कहना मत, इसमें तुम्हारी बहुत पिटाई करूंगाl
लो यह चॉकलेट खा लो.....
मुझे नहीं खानी चाहिए आप बहुत गंदे हो.....
लो खा लो मैं तुम्हें दर्द की दवा देता हूं सब ठीक हो जाएगाl
अशोक ने उसे पेन किलर देकर के बहलाने लगाl
थोड़ी देर बाद अंजू भी चॉकलेट खाने में मस्त हो गई और सब कुछ ध्यान से उतर गयाl
वह खेलने लग गई, थोड़ी देर बाद वह अपने घर भी चली गईl
जब रात हुई तब अंजू की मा ने उसे कपड़े बदलने को कहा कपड़े बदलते वक्त वह दर्द से चीख उठी,
पेन किलर का असर अब खत्म हो चुका था और वह रो रही थी........
मां के पूछने पर उसने सब बात बता दी,
माँ भतीजे की हरकतसे बहुत गुस्सा हुई और तुरंत ही बेटी को लेकर जेठानी के घर गई जाकर वहां उसने सब बात बताइ l
तब उसकी जेठानी ने कहा..........
शांत रहो लड़का है कभी-कभी गलती हो जाती हैं, बात बाहर जाएगी तो परिवार की बदनामी होगीl
शादी के रिश्ते भी आने लगे हैं जल्दी मैं इसका विवाह करवा दूंगी, बात बाहर जाएगी तो बेटी की भी बदनामी हो जाएगी और इसके विवाह में बड़ी दिक्कत हो जाएंगी
अपना मुंह बंद करने में ही सबकी भलाई है
अंजू की मां खून का घूंट पीकर रह गई परिवार की इज्जत के नाम पर उसकी बेटी के साथ हुई हरकत कोl
किसी से ना कह पाई l
एक और बेटी........ परिवार की इज्जत मर्यादा के तले कुचल दी गईI एक कली खिलने से पहले ही मसल कर रख दी गईI