दिल्ली : उर्जित पटेल भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर होंगे. वह रघुराम राजन का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है. उर्जित पटेल फिलहाल RBI के डिप्टी गवर्नर हैं.
गौरतलब है कि इस पद की दौड़ में कुछ और नाम भी शामिल थे, जिनमें विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक बसु, आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास, भारतीय स्टेट बैंक की प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य और वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम के नाम प्रमुख थे.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने RBI के नए गवर्नर की नियुक्ति के विषय में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक घंटे तक विचार-विमर्श किया था, जिसके बाद RBI प्रमुख के लिए पटेल के नाम पर सहमति बनी.
कौन हैं उर्जित पटेल
आपको बता दें कि RBI के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को इसी साल जनवरी में तीन साल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था. उर्जित साल 2013 से ही RBI से जुड़े हुए हैं. फिलहाल सरकार ने उन्हें मौद्रिक नीति का जिम्मा दे रखा है. वो रघुराम राजन से पहले ही RBI से जुड़ चुके थे. दिलचस्प बात यह है कि उर्जित वाशिंगटन में आईएमएफ में राजन के साथ भी काम कर चुके हैं. जानकारों के मुताबिक वो रघुराम राजन के खास और करीबी भी बताए जाते हैं.
उर्जित पटेल ने अपना ग्रेजुएशन लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से किया. 1986 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय उन्होंने एम. फिल डिग्री हासिल की फिर उन्होंने 1990 में येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट का उपाधि हासिल किया.
महंगाई पर काबू के साथ कई अहम जिम्मेदारी
RBI के नए गवर्नर के पास सबसे बड़ी चुनौती महंगाई कंट्रोल करने की होगी. साथ ही मोदी सरकार के कई अहम रिफॉर्म्स अटक की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर होगी. कहा जाता है कि राजन को बनाए रखने के लिए इंडस्ट्री से लेकर फाइनेंस मिनिस्ट्री तक की रजामंदी थी. ऐसे में नए सिरे से काम शुरू करते वक्त उर्जित पटेल को इसी तरह का सपोर्ट हासिल करना होगा.