दिल्ली : असम में आए सैलाब ने पूरे राज्य को बर्बाद कर दिया. बाढ़ के चलते हजारों लोगों ने अपना आशियाना खो दिया. सैकड़ों गांव बाढ़ में बह गए. कुदरत के कहर ने कई जिंदगियां छीन ली. हजारों लोग राहत शिविर और गांव के किनारे बसे ऊंचे टीलो पर राहत सामग्री के सहारे जीने पर मजबूर हैं.
लेकिन इलाकों में सरकारी मदद न मिलने के चलते लोग परेशान है. इस बीच उम्मीद की एक किरण बनकर निकले असम के मोरियानी विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक रूपज्योति कुर्मी. जिनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. रूपज्योति कुर्मी बाढ़ पीडितों की मदद खुद पीठ पर बोरी लादकर राहत सामग्री एक स्थान ने दूसरे स्थान पर ले जा रहे है.
रूपज्योति कुर्मी असम के मोरियानी से विधायक है जो कि असम की पूर्व कैबिनेट मंत्री रूपम कुर्मी के बेटे है. इनके बारे में इलाके के लोग बताते है कि जहां भी सुख-दुख होता है कुर्मी अपने क्षेत्र मे लोगो की मदद के लिए बिना समय गवाए निकल पड़ते है. भले ही रात के 2 क्यो न बजे हो. कुर्मी जनता के लिए 24 घंटे तत्पर रहते है.
जब रूपज्योति कुर्मी से पूछा गया आप MLA होने के बाद भी बाढ़ पीडितो की मदद पीठ पर बोरी लादकर कर रहे है तो उनका कहना था कि लोगो के बीच काम करना उन्हें अच्छा लगता है. लेकिन सरकार पर आरोप लगाया कि जो काम सरकार को करना चाहिये था वो मुझे करना पड़ रहा है.
उनका कहना है कि चुनाव से पहले मोदी जी यहां आये थे कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू यहां आये थे बड़ी-बड़ी बाते की थी. लेकिन बाढ़ के इन हालातों में अब जब लोगो के घर उजड़ गये, लोगो का नुकसान हुआ. लेकिन सराकर की तरफ से मेरे इलाके के लोगो को किसी भी प्रकार का कोई सहयोग नही मिला, तब मुझे निकलना पड़ा. फिलहाल रूपज्योति कुर्मी के काम की चारों ओर खूब तारीफ हो रही है.
आपको बता दें असम में बाढ़ के चलते 15 लाख से भी ज्यादा जिंदगियां सीधे तौर पर प्रभावित हुई हैं. 28 जिलों में बाढ़ का प्रकोप दिखाई दिया, जिसमें अब तक 70 लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन अब धीरे धीरे यहां लोगों की जिंदगी पटरी पर लौट रही है.