देश के बड़े न्यूज चैनल NDTV के ऊपर लोगों का बहुत भरोसा है लेकिन हर कोई सच्चा है इसके बारे में कहना थोड़ा मुश्किल होता है। एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय इसे रवीश कुमार के संरक्षण में बहुत समय से चला रहे हैं लेकिन इस चैनल के ऊपर कई आरोप भी लग चुके है। हाल ही में यहां इनकम टैक्स की रेड पड़ी और बहुत सी परेशानियों का सामना इन्हें करना पड़ा।
इनकम टैक्स अपीलीय ट्रिब्यूनल (आईटीएटी) ने NDTV के प्रमोटर प्रणय रॉय को बड़ा झटका दिया है। आईटीएटी का कहना है कि NDTV के प्रमोटर प्रणय रॉय व्यक्तिगत रूप मनी लॉन्ड्रिंग और 642 करोड़ रुपये टैक्स चौरी में शामिल थे। आईटीएटी ने अपने आदेश में कहा है कि एनडीटीवी और उसके प्रमोटरों ने 2007-08 से 2009-10 के दौरान 1100 करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग की थी। जिसमें से 642.54 करोड़ रुपये के काले धन आईटीएटी ने पता लगाया था।
क्या कहा आईटीएटी ने ?
आईटीएटी ने आयकर विभाग की इस जानकारी की अब पुष्टि की है। इसमें कहा गया है कि प्रणय रॉय ने एनडीटीवी की विदेशी पेपर सहायक कंपनियों के वित्तीय विवरणों छिपाने का प्रयास किया था। आईटीएटी ने आगे यह भी कहा है कि 8 अप्रैल 2009 को प्रणय रॉय ने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय को आवेदन किया कि विदेशी कंपनियों के वित्तीय मामलों का खुलासा न करने की एनडीटीवी को छूट दी जाये।