नई दिल्लीः क्या बगावत की डर से भाजपा बगैर सीएम चेहरे के ही चुनाव लड़ेगी। अगर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या की मानें तो पार्टी बगैर किसी को मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित किए बिना चुनाव लड़ेगी। उन्होंने हाल में बरेली दौरे के दौरान भी दो टूक कहकर साफ कर दिया था कि भाजपा अपनी स्पष्ट नीति पर चलते हुए बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी। दावा किया कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है। पार्टी का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री का चेहरा है। इस नाते सीएम चेहरे के बिना चुनाव लड़ेगी। इस बयान के बाद राजनीति क विश्लेषक मान रहे कि पार्टी सीएम चेहरा घोषित कर अंदरखाने किसी बगावत को मौका नहीं देना चाहती। क्योंकि पार्टी में
कई दावेदार हैं, अगर किसी एक को घोषित किया जाता है तो बाकी चुनाव में अंदर ही अंदर असहयोग कर सकते हैं।
केशव प्रसाद ने क्या दिया तर्क
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चेहरा घोषित किए बिना चुनाव लड़ा गया और वहां पार्टी की जीत हुई। वहीं भाजपा ने असम और दिल्ली में भी भी चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा तो सिर्फ असम में जीत हासिल हुई। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड जिसका भी नाम घोषित करेगा, उत्तर प्रदेश में चुनाव बाद जीते विधायक उसे ही मुख्यमंत्री मानेंगे। केशव ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा तीन सौ से ज्यादा सीटें जीतेगी।
भाजपा सरकार में गिरफ्तार होंगे
आजम खां पर चल रहे देशद्रोह के मुकदमे को लेकर गिरफ्तारी न होने के सवाल पर केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि वह भाजपा सरकार में ही गिरफ्तार होंगे। लिहाजा अभी गिरफ्तार नहीं हो रहे हैं। भाजपा सरकार बनने के बाद अराजक तत्वों को भाजपा सबक सिखाएगी।