नई दिल्लीः यूपी में बनारस के डीएम योगेश्वर राम मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पिछली साल अक्टूबर मे जहां सड़क पर तड़पते घायल को अपने वाहन से अस्पताल भेजकर खुद पैदल ऑफिस पहुंचकर चर्चा में आए थे तो इस बार पुलिस का काम निभाकर। बहादुरी पेश कर। जब एंटी रोमियो स्क्वायड कैंट थाने में फेल हो गया तो उन्होंने खुद कमान संभाली और दौड़ाकर तीन शोहदों को पकड़कर हवालात पहुंचा दिया। शोहदों के पास से बाइकें भी जब्त हुई हैं।
पार्क में टहलने निकले थे, डीएम, छेड़खानी देख खौल गया खून
दरअसल डीएम योगेश्वर राम मिश्रा मार्निंग वॉक पर निकले थे। सुबह छह बजे नेहरू पार्क में थे। देखा कि वहां मौजूद तीन लड़के कुछ लड़कियों पर छींटाकसी कर रहे हैं। फब्तियां कस कर रहे हैं। यह देख डीएम का खून खौल गया। उन्हें अपनी ओर आता देख शोहदे भागने लगे तो डीएम ने भी दौड़ लगा दी। आखिरकार शोहदे हत्थे चढ़ गए। फिर कैंट थाने की पुलिस बुलाकर शोहदों को उनके हवाले कर दिया। शोहदों की शिनाख्त रिजवान, अरशद और आसू के रुप में में हुई है।
कैंट थानेदार पर होगा एक्शन
डीएम योगेश्वर मिश्रा ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बताती हैं कि पुलिस ठीक से मूवमेंट नहीं रख रही है। जबकि कैंट इलाके में भी एंटी रोमियो स्क्वाड गठित है। जाहिर सी बात है कि थानेदार लापरवा है। लिहाजा प्रभारी निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की गई है। डीएम की इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।