2014 के अक्तूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे। तभी उनके श्रीमुख से श्रीयुत् पवार साहब और उनकी पार्टी के बारे में ऐसा कुछ कह गए जिस पर उनके विरोधियों ने भी यक़ीन कर लिया। आकाश में बिजली चमकने लगी और सत्य रोने लगे। झूठ ने ठहाके लगाए थे। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को नैचुरली करप्ट पार्टी कह दिया।
“NCP is naturally corrupt. Since the time the party was born nothing has changed, their leaders have remained the same. Do you know what their clock (party symbol) means? The clock shows 10 minutes past 10 which means in 10 years they have increased their corrupt activities 10 times,” he said.
“If they (NCP) are voted to power once again, they will now increase their corruption 15 times,” he added.
12 अक्तूबर को प्रधानमंत्री ने यह आकाशवाणी की थी। टाइम्स आफ इंडिया से लेकर तमाम समाचार पत्रों ने उनके इस बयान को प्रमुखता से छापा था। एक बेहद ईमानदार नेता के बारे में ऐसी टिपप्णी सुनते ही कइयों के कान बहने लगे थे। शरद पवार ने बिल्कुल बुरा नहीं माना और प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत टिप्पणी न करने की सलाह दी। लेकिन प्रधानमंत्री तक उनकी सलाह नहीं पहुँची। उन्होंने यह भी कहा कि बारामती के लोगों को गुलाम बना लिया गया है जो एन एसी पी को वोट करते रहते हैं। महाराष्ट्र को बर्बाद करने का आरोप लगाया और राज्य की राजनीति से साफ करने देने की अपील की।
“They have destroyed Maharashtra during their rule and emptied whatever money the state had. There is still time left. Wipe them out from state politics, and I assure you I will leave no stone unturned in helping you realize your dreams,” Modi said
इन आरोपों के बाद भी प्रधानमंत्री शरद पवार में गुणों की तलाश करते रहे। मुंबई में उन्होने अपनी खोज के नतीजे की घोषणा कर दी। हार मान ली कि शरद पवार में शिवाजी महाराज की क्वालिटी हो ही नहीं सकती।
“मैं जानता हूँ आपके चरित्र में छत्रपति शिवाजी महाराज के गुण आने की कोई संभावना ही नहीं है”
प्रधानमंत्री का आग्रह था कि यदि शरद पवार शिवाजी महाराज से कुछ सीखते तो महाराष्ट्र में पानी की समस्या न होती। शरद पवार भी लगातार प्रधानमंत्री से उम्मीद की डोर संभालते जा रहे थे। नोटबंदी के बारह दिन बाद शरद पनार ने प्रधानमंत्री की बुलेट ट्रेन योजना का मज़ाक उड़ाया।
“This government is not concerned about millions of people commuting by local trains in Mumbai… Trains in Mumbai, Delhi, Kolkata and Chennai can be operated in Rs 98,000 crore. But, Modi is in a hurry to go to Ahmedabad,” the NCP leader said.
कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री के कोमल मन को कभी नहीं पहचाना। उनके ही गुट के लोग खूब लिखते थे कि वे कभी किसी को माफ नहीं करते हैं। मगर जबसे पद्मा पुरस्कारों को शरद पवार के हाथों सम्मानित किये जाने की ख़बरें सुन रहा हूँ तब से लग रहा है कि प्रधानमंत्री किसी के प्रति दुर्भावना नहीं रखते। बल्कि याद ही नहीं रखते कि कभी पवार की पार्टी को भ्रष्ट पार्टी कहा था। ये सारे तथ्य गूगल से निकालें हैं ताकि प्रधानमंत्री की छवि अच्छी हो सके और पद्म पुरस्कारों की छवि गिरती चली जाए। भ्रष्टाचार के मामले में प्रधानमंत्री को गंभीरता से लिये जाने की ज़रूरत है।