दिल्ली : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपनी पहली कैबिनेट मीटिंग में किसानों की कर्जमाफी वाले चुनावी वादे पर मुहर लगा दी. इस फैसले के मुताबिक यूपी के दो करोड़ 15 लाख किसानों के 36 हजार 359 करोड़ रुपए का कर्ज माफ़ किया जाएगा. हालांकि ये माफ़ी प्रति किसान अधिकतम एक लाख ही होगी. योगी के इस फैसले पर जहां शिवसेना ने उन्हें बधाई दी है जबकि कांग्रेस और सपा ने इसे जनता से धोखा बताया है.
शिवसेना ने महाराष्ट्र में कृषि ऋण माफ करने की मांग की
महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में सहयोगी शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज राज्य में कृषि ऋण माफ किए जाने की मांग की और उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 2 करोड़ 15 लाख किसानों के 36 हजार 359 करोड़ रूपये माफ करने के लिए बधाई दी.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिखाया है कि ऋण माफ करना महज ‘चुनावी जुमला’ नहीं है. ठाकरे ने यहां बयान जारी कर कहा, योगी आदित्यनाथ ने किसानों को ऋण के बोझ से राहत दिलाई है.
त्वरित निर्णय करने के लिए मैं उनको बधाई देता हूं. उनकी पार्टी महाराष्ट्र और केंद्र दोनों स्थानों पर सरकार में भाजपा की सहयोगी है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं (महाराष्ट्र के मुख्यमं) देवेन्द्र फडणवीस से अपील करता हूं कि आदित्यनाथ के कदमों पर चलें और ऋण माफी की घोषणा करें.
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुर्जेवाला ने योगी की कर्जमाफ़ी पर कहा कि प्रदेश सरकार का कर्ज माफी का दावा अर्ध सत्य है, कदम अच्छा है पर पूरा सच नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि 56 हजार करोड़ का कर्ज आज भी बाकी है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि योगी जी ने 1 लाख रुपए तक का फसली कर्जा माफ किया है इसमें मियादी कर्जा शामिल नहीं है जिससे किसानों की उम्मीद टूट गई है. उन्होंने आगे कहा कि हम सीएम से अनुरोध करते हैं कि किसानों का सही अर्थों में कर्ज माफ़ करें.
अखिलेश ने भी बताया धोखा
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने योगी सरकार के इस फैसले को किसानों के साथ धोखा बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा- वादा पूर्ण क़र्ज़ माफ़ी का था, किसी सीमा का नहीं. एक लाख की सीमा से करोड़ों किसान ठगा सा महसूस कर रहे है. ये गरीब किसानों के साथ धोखा है.