नई दिल्लीः भगवाधारियों के बीच आजम खान और वो भी मुख्य अतिथि की हैसियत में। है न हैरानी की बात। जी हां, यूपी के प्रयाग में इस बार उल्टी गंगा बहने जा रही है। अपने बेतुके बयानों के लिए चर्चित आजम खान साधु-संतों के बीच होंगे और गंगा की सफाई के लिए अलख जगाएंगे। मौका होगा 17 सितंबर को इलाहाबाद में गंगा की पुकार कार्यक्रम का। खास बात है कि इसमें तमाम साधु-संत योगी आदित्यनाथ के गोरक्षपीठ से भी जुड़े होंगे।
संतों के प्रतिनिधिमंडल ने आजम को दिया न्यौता
गंगा की स्वच्छता के लिए श्री राम जन्मभूमि निर्माण न्यास अध्यक्ष महंत जनमेजय शरण और सुमेरु पीठ काशी के जगद्गुरु शंकराचार्य सरस्वती की अगुवाई में संतों के प्रतिनिधि मंडल ने लखनऊ में कैबिनेट मंत्री आजम खान से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने 19 सितंबर को प्रयाग में होने वाले गंगा की पुकार कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का अनुरोध किया। आजम तत्काल तैयार हो गए।
आजम को गीता संग सौंपी कुरान
संतों के प्रतिनिधिमंडल ने आजम खान को सांप्रदायिक सद्भावना के प्रतीक के रूप में गीता संग कुरान सौंपी। संतों ने गंगा की पुकार कार्यक्रम के पीछे उद्देश्य बताते हुए कहा कि इस दौरान देश की इस जीवनदायिनी नदी के उद्धार पर चर्चा की जाएगी।
आजम को क्यों बनाया मुख्य अतिथि
दरअसल बीते 17 जुलाई को वाराणसी में गंगा घाट पर सपा सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने गंगा का मुआयना कर गंदगी पर अफसोस जगाया था। इसे देखते हुए संतों ने उन्हें प्रयाग कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाने का फैसला किया।