श्रीनगर : दूसरी बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों के जवाब दिए। गृह मंत्री ने कहा भारत और कश्मीर का भविष्य जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि सिविल सोसाइटीज़ के 20 दलों उनकी बातचीत हुई है और वह कश्मीर के हालात को लेकर बेहद दुखी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक़ केंद्र सरकार की ओर से महबूबा मुफ्ती को घाटी में ऐसे 80 लोगों की सूची दी गई है, जो पत्थरबाजी के लिए उकसाने जैसी घटनाओं और ऐसे कार्यक्रमों का समर्थन करते हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि जब कोई कोई कश्मीरी नौजवान या सेना का जवान मारा जाता है हमें तखलीफ होती है, क्या हम ऐसे हालात से कश्मीर को बाहर नहीं निकाल सकते? राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर के नौजवानों के साथ साजिश की जा रही है, उन्हें पत्थर फेंकने के लिए कुछ लोगों द्वारा उकसाया जाता है। उन्होंने सवाल किया क्या वह उनके भविष्य की गारंटी दे सकते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि उकसाने वाले लोगों की पहचान करें, उन्होंने कहा ऐसा पहली बार हुआ जब गृह मंत्री यहाँ कोई दो बार आया हो। पैलेट्स गन के इस्तेमाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि इस पर दो तीन दिन में रिपोर्ट आ आएगी। गृह मंत्री ने साफ किया कि जम्मू-कश्मीर में पैलेट्स गन का अल्टरनेट ढूँढा जाएगा।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि साल में जब कश्मीर में हिंसा हुई तब आपका रवैया अलग क्यों था। इस सवाल पर महबूबा मुफ़्ती भड़क गई और कहा उस वक्त मामला आम लोगों के मारे जाने का था और इस बार मामला आतंकियों के मारे जाने का है।