नई दिल्ली: बेटा बीमार होने के बावजूद प्रियंका गाँधी ने चुनावी रण संभाला तो बीजेपी के होश फ़ाक़्ता हो गए. प्रियंका गाँधी ने कहा कि यहां आने से पहले मेरा बेटा बीमार था, मैं सुबह उसके लिए दवा लेकर जा रही थी तो टीवी चल रहा था, तभी मैंने सुना कि कोई बहुत निंदा कर रहा है उत्तर प्रदेश की. मैंने कहा कि भाई मैं भी सुनूं क्या कहा जा रहा है. तो कोई कह रहा था कि इस प्रदेश में बहुत अराजकता है, करप्शन है, शोषण है, महिलाओं पर अत्य़ाचार है, दलितों पर अत्याचार है तो मैंने देखा कि कौन बोल रहा है तो वही दृश्य सामने आया जो आपके सामने आजकल अक्सर आता है. हालांकि लोगों का तो यहां तक कहना है कि लोगों को प्रियंका का बेल्लारी और रायबरेली का 1999 का भाषण याद आने लगा जब प्रियंका गाँधी के एक भाषण से दोनों ही सीटों का रुख़ बदल गया था.
प्रियंका गाँधी ने बोला कि एक भरे मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बोल रहे थे और इसके कहने के एकदम बाद उऩ्होंने कहा कि मुझे वाराणसी के लोगों ने गोद लिया है और वाराणसी के लिए मैं एक बेटा हूं, यूपी का बेटा हूं इसलिए मैं अपने प्रदेश का विकास करूंगा तो मेरे मन में बात आई कि क्या उत्तर प्रदेश को बाहर से किसी को गोद लेने की ज़रूरत है. क्या यहां कोई नौजवान नहीं है जो अपने प्रदेश को आगे बढ़ा सके, विकास ला सके. आपके दो नौजवान हैं राहुल जी और अखिलेश जी जो आज आपके सामने आए हैं. वो इसी मिट्टी के पले-बढ़े हैं. उन्होंने आपका प्रतिनिधित्व किया है. उनके दिल औक जान में उत्तर प्रदेश है.
प्रियंका गाँधी बोलती रहीं और पूरी सभा उन्हें टकटकी लगाकर देखती सुनती रही। उन्होनें कहा कि यूपी को किसी बाहरी नेता की जरूरत नहीं है. यहां का एक-एक नौजवान नेता बन सकता है. यहां का एक-एक नौजवान इस प्रदेश का नया निर्माण करेगा, नया विकास करेगा, नया उत्थान करेगा ये मेरी आशा है, यही राहुल जी की आशा है. आप सब इकट्ठा काम करें गठबंधन को आगे बढ़ाएं और इसी गठबंधन को जिताएं.
पीएम जब जब आप लोगों का ज़िक्र करते हैं कभी किसी की बहन, किसी की मां, किसी की बेटी का जिक्र करते हैं, क्यों? मैं आप सबकी तरफ से कहना चाहती हूं, इस देश की करोड़ों महिलाओं की ओर से कहना चाहती हूं कि मैं औरत हूं, हम औरत हैं, हमेशा रिश्ते के साथ हमको जोड़ने की ज़रूरत नहीं. आंख में आंख मिलाकर बात करें, आप पर अत्याचार बंद करना चाहते हैं तो बताएं कि पिछले छह महीने में किसने सबसे ज्यादा अत्याचार किया है हमारी बेटियों, बहनों... महिलाओं पर जब उन्होंने यूं ताली बजाकर नोटंबदी की और आपकी बचत को इस तरह फिंकवाया जैसे कागज़ के टुकड़े फिंकवाए जाते हैं, जब महिलाओं को लाइन में खड़ा किया गया तो क्या वो अत्याचार नहीं था महिलाओं के लिए. आप झोली फैलाकर किसके सामने जाएंगी, जो आपने सालों से बचत की थी क्यों किया ये सब, उस समय हमदर्दी नहीं थी, बहुत खोखले वादे हो गए, बहुत सुन लिया है इस देश ने, इस प्रदेश ने, बहुत बातें हो गईं. आप तीन साल से सत्ता में हैं वाराणसी से पूछिए वहां का जनजन बताएगा क्या किया है आपने उनके लिए. जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे अमेठी का क्या विकास हुआ था, अमेठी के जनजन से पूछिए, वो आपको बताएगा कि जब आप पीएम होते हैं तो किस तरह से विकास कर सकते हैं. लेकिन यहां तो बस बोलने के लिए विकास है दिखता तो कुछ भी नहीं...
प्रियंका गाँधी ने यह भी कहा कि मैं आपसे यही आग्रह करूंगी कि जो झूठ बोलता है, खोखले वादे करता है, उसे पहचानिए, जो आपके लिए काम करना चाहता है उसको पहचानिए और इस गठबंधन को इस तरह मज़बूत बनाइए कि आगे बढ़कर प्रदेश मज़बूत बने. हर कोई मज़बूत बने.