नई दिल्ली : पंजाब में विधानसभा सत्र के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री के दामाद और राज्य के राजस्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया पर कांग्रेसी विधायक तरलोचन सिंह संधू ने जूता फेंक दिया। कांग्रेस के 26 विधायक अपना विरोध जताने के लिए पिछले 2 दिन से विधानसभा हॉल छोडक़र बाहर नहीं जा रहे हैं। कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को प्रदेश की शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ कई मुद्दों पर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। वे इस प्रस्ताव पर बहस करने की अनुमति मांग रहे थे, लेकिन स्पीकर ने उनकी मांग को खारिज कर दिया। इस प्रस्ताव को दो दिन पहले ध्वनि-मत से अस्वीकार कर दिया गया था।
2 दिन से डेरा डाले हैं विधानसभा में कांग्रेस के MLA
आजाद भारत के इतिहास में शायद यह अपनी तरह का पहला मामला है। कांग्रेस के ये 26 विधायक मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी विधानसभा के अंदर बंद रहे। ये सभी विधायक स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर बहस करने का मौका न दिए जाने से नाराज हैं। शुरुआत में हालांकि इनकी संख्या 27 थी, लेकिन एक विधायक की तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। सोमवार को हालांकि पार्टी की 4 महिला विधायक भी विधानसभा में ठहरी थीं, लेकिन मंगलवार को पार्टी ने उन्हें घर लौट जाने का निर्देश दिया।
नहीं माने कांग्रेस के MLA मुख्यमंत्री के मानाने से
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इन विधायकों का प्रदर्शन खत्म कराने के इरादे से मंगलवार को विधानसभा गए थे, लेकिन प्रदर्शन करने वाले विधायकों ने मुख्यमंत्री की बात मानने से इनकार कर दिया। इन विधायकों को विधानसभा कक्ष से निकालने के लिए बिजली काटकर लाइट्स और एयर कंडीशनर भी बंद कर दिया गया, लेकिन सभी विधायक अपने-अपने मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाकर काम करते रहे। पिछली 2 रातों से ये सभी विधानसभा हॉल के अंदर ही सो रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती है, तब तक ये विधायक विधानसभा छोडक़र नहीं जाएंगे। मालूम हो कि जनवरी 2017 में प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले यह अंतिम विधानसभा सत्र है।