नई दिल्ली : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने का अरविंद केजरीवाल का ख्वाब कहीं नींद टूटने के बाद एक ख्वाब बनकर ही न रह जाये. दरअसल पार्टी के संयोजक पद से पिछले हफ्ते हटाये गए सुच्चा सिंह के समर्थक अपने नेता की बहाली की मांग पर अड़ गए हैं. यही नहीं इन समर्थकों ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखकर सुच्चा को बहाल किये जाने की मांग की है. इसके साथ ही राज्य में प्रभारी बनाकर भेजे गए संजय सिंह और अन्य नेताओं को वापस बुलाने की मांग की है.
सुच्चा सिंह की बहाली पर अड़े समर्थक
सूत्रों के मुताबिक सुच्चा सिंह छोटेपुर के समर्थक जसवीर सिंह धालीवाल ने केजरीवाल को पत्र लिखकर उन्हें कल तक का समय सुच्चा सिंह को बहाल करने को लेकर दिया है. केजरीवाल को लिखे गए पत्र में यह चेतावनी दी है कि यदि 1 सितंबर तक सुच्चा को बहाल नहीं किया जाता तो 2 सितंबर को सुच्चा समर्थक एकत्र होकर अपनी अगली रणनीति तय करेंगे. साथ ही पत्र में धालीवाल ने केजरीवाल से छोटेपुर को टिकट वितरण के अधिकार दिए जाने की मांग की है. ख़त में आप के पंजाब प्रभारी संजय सिंह और संगठन महासचिव दुर्गेश पाठक को उनके पर्यवेक्षकों समेत दिल्ली वापस बुलाने की मांग की गई है.
पंजाब में दो गुटों में बंट सकती है आप
सूत्रों के मुताबिक अगर पार्टी मुखिया केजरीवाल सुच्चा समर्थकों की बात नहीं मानते है तो पंजाब में आम आदमी पार्टी दो गुटों में बंट सकती है. दरअसल पिछले हफ्ते संयोजक के पद से हटाए गए सुच्चा सिंह छोटेपुर के समर्थकों ने नई पार्टी बनाने की कवायद शुरू कर दी है. पार्टी के 12 में से 6 ज़ोनल इंचार्ज छोटेपुर के समर्थन में आ गए हैं.
पंजाब में बाहरी नेताओं की जरुरत नहीं
आनंदपुर साहिब के ज़ोनल इंचार्ज जसवीर सिंह धालीवाल ने 'इंडिया संवाद' से बातचीत करते हुए फोन पर बताया कि एक पत्र पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेजा गया है, जिसमें छोटेपुर को संयोजक के पद पर बहाल करने की मांग की गई है. धालीवाल ने कहा कि पंजाब के नेताओं की मेहनत की बदौलत आप को लोकसभा चुनाव में चार सीटें मिली थीं. हमें बाहर के नेताओं की ज़रूरत नहीं.
छोटेपुर समर्थक 2 को लेंगे फैसला
बहरहाल छोटेपुर समर्थकों का कहना है कि 1 सितम्बर तक पार्टी हाई कमान के जवाब का इंतज़ार किया जाएगा, इसके बाद 2 सितम्बर को अमृतसर में छोटेपुर के समर्थक इकट्ठा होंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे. छोटेपुर पर एक स्टिंग ऑपरेशन में टिकट के बदले कैश लेने के आरोप के बाद संयोजक के पद से शुक्रवार को हटा दिया गया था.