नई दिल्लीः पंजाब चुनाव में जुटी आम आदमी पार्टी में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा। टिकट बंटवारे व मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पंजाब में पार्टी संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने शीर्ष नेताओ से नाराजगी क्या जताई कि उन्हें ठिकाने लगाने का ताना-बाना बुन दिया गया। ताजा मामला सुच्चा सिंह के स्टिंग में फंसने का है। यह स्टिंग किसी ओर ने नहीं बल्कि उनके बॉस यानी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने ही कराया है। जिसमें अपरिचित कार्यकर्ता से पार्टी फंड के नाम पर दो लाख रुपये लेने का मामला सामने आ रहा है। स्टिंग के बाद दबाव डालने पर भी सुच्चा ने इस्तीफा नहीं दिया तो केजरीवाल ने चालाकी से उनका एक और स्टिंग करा लिया। जिसमें वे पार्टी नेता मनीष सिसौदिया से पैसा लेने की बात स्वीकार कर रहे हैं। पार्टी सूत्र बता रहे कि अब कभी भी सुच्चा सिंह का पार्टी से बोरिया-बिस्तर बंध सकता है। उधर सियासी गलियारे में चटखारे के साथ चर्चा शुरू हो गई है कि पार्टी में अपने खिलाफ आवाज उठने पर केजरीवाल विरोधियों की तरह स्टिंग कर ठिकाने लगाने में भी नहीं चूक रहे।
क्या है स्टिंग का मामला
यूं तो आम आदमी पार्टी की ओर से वीडियो पब्लिक में जाने नहीं दिया गया है। मगर, पार्टी से छनकर आ रही खबरों के मुताबिक सुच्चा सिंह के खिलाफ केजरीवाल को फंड कलेक्शन के नाम पर गड़बड़ी की शिकायतें मिलीं। जिस पर दो लोगों को उनके पास दो लाख रुपये लेकर भेजा गया। उन्होंने खुद को पार्टी का नेता और दिल्ली से आने की बात कहकर सुच्चा सिंह से मुलाकात की और दो लाख का पैकेट दे दिया। सुच्चा सिंह यह नहीं समझ सके कि यह सब स्टिंग का खेल है। स्टिंग में सुच्चा के फंसने पर केजरीवाल ने दिल्ली बुलाकर इस्तीफा मांगा तो सुच्चा सिंह ने इन्कार कर दिया। वीडियो को छवि खराब करने के लिए गलत बताया।
इस्तीफा नहीं दिया तो केजरीवाल ने कराया डबल स्टिंग
जब सुच्चा सिंह छोटेपुर ने इस्तीफा नहीं दिया तो मनीष सिसौदिया से बातचीत के बहाने दिल्ली बुला लिया। मनीष सिसौदिया ने मीटिंग में कई बार पार्टी फंड के नाम पर वसूले गए दो लाख रुपये की बात पर जोर दिया तो आखिरकार सु्च्चा ने बातों ही बातों में स्वीकार कर लिया कि उन्हें कार्यकर्ता बताने वाले लोगों ने दो लाख रुपये दिए। डबल स्टिंग के बाद अरविंद केजरीवाल अब सुच्चा सिंह को पार्टी से विदा करने की तैयारी में हैं।
सुच्चा सिंह से क्यों हुआ केजरीवाल का मनभेद
दरअसल पंजाब में शुरुआत में सौ से ज्यादा सीटों पर जिन लोगों को टिकट दिया गया, उनके बार में पंजाब इकाई से कोई रायशुमारी नहीं की गई। सु्च्चा सिंह ने इस पर नाराजगी जताई तो प्रदेश महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले ग्रेवाल ने दिल्ली के नेताओं के इशारे पर भ्रष्ट लोगों को टिकट वितरण का आरोप लगाया। इससे केजरीवाल काफी नाराज हुए और उन्होंने अपने फैसले के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुच्चा सिंह छोटेपुर को निपटाने का प्लान बनाया।
स्टिंग पर क्या बोले सुच्चा सिंह छोटेपुर
इस पूरे प्रकरण में सुच्चा सिंह छोटेपुर अपने खिलाफ साजिश की बात मानते हैं। उनका कहना है कि वीडियो क्लिप उन्हें नीचा दिखाने के लिए किया गया। महीने की शुरुआत में एक पार्टी कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए आया। उसने बताया कि दो बड़े नेताओं ने भेजा है। उसने एक पैकेट देकर पार्टी फंड होने की बात कही। मगर मैने पैसे लेने से इन्कार किया तो वह सूटकेस पर छोड़कर चला गया। सवाल है कि क्या मैने कोई काम कराने के बदले पैसे लिए। मैने तो कोई वादा भी नहीं किया कि जिसके लिए पैसा दिया गया हो।
'ऐसे तो हर कोई स्टिंग में फंसेगा, पार्टी का कोई खाता नहीं'
सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा कि आम आदमी पार्टी का पंजाब में एक भी खाता नहीं है। दान जुटाने और पार्टी गतिविधियों के पैसे का हिसाब-किताब रखने के लिए कोई अधिकृत कोषाध्यक्ष भी नहीं है। उन्होंने दूसरे नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वे सावधानी बरतें नहीं तो उन्हें भी इस तरह से स्टिंग में फंसाया जा सकता है। सुच्चा सिंह ने कहा कि दिल्ली में कुछ नेताओं से मिलते समय कार्यकर्ताओं का पेन और मोबाइल रखवा लिया जाता है। मगर, मेरा जीवन एक खुली किताब है, मैं ऐसा क्यों करूं।