... ईरान ने पेमेंट के लिए पहले की तरह इंडियन रिफाइनरीज को 90 दिन का क्रेडिट समय देना जारी रखा है, जबकि 3 महीने बाद पेमेंट न मिलने पर दबाव बनाया जाएगा. इतना ही नहीं, पहले इंडियन रिफाइनरी 45 फीसदी पेमेंट रुपए में करती थीं और बचे 55 फीसदी को पेमेंट चैनल के जरिए क्लीयर किया जाता था, किन्तु अब ऐसा होना मुमकिन नहीं दिखता है. साफ़ तौर पर ईरान कुछ ज्यादा ही तेजी में दिख रहा है. कुछ अन्य बातों की तरफ अगर हम नज़र दौड़ाते हैं तो, ईरान ने नवंबर 2013 में ऑयल डिलिवरी अपनी शिपिंग लाइन से कराने का फैसला किया था, क्योंकि तमाम प्रतिबंधों की वजह से दूसरी शिपिंग लाइन्स इस झंझट में पड़ना नहीं चाहती थीं.अपनी शिपिंग लाइन के लिए ईरान पहले शिपिंग चार्ज नहीं लेता था, लेकिन अब इस व्यवस्था में नेशनल ईरानियन ऑयल कंपनी द्वारा बदलाव किया जा रहा है. इसकी ...
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