... लोगों को चाहिए कि भारतीय प्रतिष्ठान के साथ कदम-दर-कदम मिलाकर वह अपने विकास की सोचें, न कि किसी गफलत में पड़कर अपने और अपने बच्चों का भविष्य बर्बाद करें. इस घटना से जो नुक्सान हुआ हैं, उसकी भरपाई असम्भव है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने अपने परिजन खोए हैं. जहाँ तक प्रश्न भारतीय सेना का है तो उसे सम्पूर्ण विश्व में सम्मान हासिल है. यही बात सेना प्रमुख ने कुछ दिनों पहले बेहद साफगोई से कही थी. सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने कुछ दिनों पहले कहा था कि सेना देश में ‘सबसे अधिक प्रशंसित और सम्मानित संस्था’ है और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसकी अहमियत को स्वीकारता है.चेन्नई में ‘ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी’ में पासिंग आउट परेड के निरीक्षण के बाद अपने संबोधन में उन्होंने तब कहा था कि, ‘भारतीय सेना की एक छवि है.' बाह्य एवं आंतरिक चुनौतियों से निपटने में सेना ने अनुकरणीय सेवा दी है.’ यहाँ तक कि संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भारतीय सेना की भूमिका को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सराहा है बल्कि यह भी कहा है कि भारतीय सेना ना केवल ताकत का पर्याय है बल्कि यह परिपक्वता और जिम्मेदारी के लिए भी जानी जाती है. कश्मीर के सन्दर्भ में भी एक नहीं हज़ार उदाहरण ऐसे हैं, जब सेना देवदूत बनकर सामने आयी है. ऐसे में ...
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