नई दिल्ली: जब से कांग्रेस की हरियाणा में सत्ता गई है तब से हरियाणा के पूर्व मख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप है कि उनके शासनकाल में 2014 में अधिकारियों को एचसीएस के रूप में गलत तरीके से पदोन्नति दी गई। अब ये मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। एक याचिका दायर कर आरोप लगाया गया है कि इसके लिए बनाई गई अधिकारियों की सूची से बाहर के अफसरों को एसचीएस बना दिया गया। इस संबंध में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
सीबीआई जांच की मांग
याचिकाकर्ता भजन लाल ने आरोप लगाया है 2014 में हरियाणा में तीन एचसीएस को नामांकित करने के मामले में गड़बड़ी की। याचिका में आरोप लगाया गया है कि हुड्डा सरकार ने नियमों को ताक पर रख कर इन अफसरों को एचसीएस बना दिया। याचिकाकर्ता ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच करवाने और इन तीनों को एचसीएस के पद से हटाने की मांग की है।
हुड्डा के करीबियों को मिला पद
याचिकाकर्ता भजन लाल ने आरोप लगाया है कि जिन तीन लोगों को नियुक्ति दी गई वे सभी पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के करीबी थे। इनमे से एक पूर्व मुख्यमंत्री के गांव सांघी का रहने वाला था जिसका नाम विजेंद्र हुड्डा है इसके अलावा एक अन्य उनके ओएसडी और तीसरा भी हुड्डा के करीबी थे। बता दें कि हुड्डा सरकार ने विजेंद्र हुड्डा, सुरेंद्र कुमार व आशुतोष को एचसीएस बनाया था।
एचसीएस तो बन गया लेकिन डिग्री निकली फर्जी
याचिकाकर्ता का आरोप है कि इन तीनों की नियुक्ति नियमों को ताक पर रख कर की गई हे और मेरिट की अनदेखी कर की गई। याचिकाकर्ता का कहना है कि एचसीएस बनाए गए विजेंद्र हुड्डा की तो डिग्री भी फर्जी निकली थी। उसने विजिलेंस को शिकायत भी की, लेकिन उसने अब तक जांच पूरी नहीं की है।